पेयजल लाइनें क्षतिग्रस्त होने से 6 हजार आबादी प्रभावित

punjabkesari.in Monday, Jan 28, 2019 - 07:46 PM (IST)

सलूणी (शक्ति): सिंचाई एवं जनस्वास्थ्य उपमंडल सलूणी में बर्फबारी आफत बन गई है। विभाग की दर्जन भर पेयजल लाइनों के क्षतिग्रस्त व कोहरे से जाम होने से करीब 6,000 की आबादी प्रभावित हुई है। कई जगह लोग बर्फ पिघला कर अपनी प्यास बुझाने को मजबूर हैं। हालांकि विभाग के कर्मचारी क्षतिग्रस्त लाइनों की मुरम्मत की कोशिश कर रहे हैं लेकिन पेयजल लाइनों के स्त्रोत पर 6 से 8 फुट हिमपात होने से कर्मचारियों का वहां पर जाना मुश्किल हो रहा है, जिस वजह से जहां पर व्यवस्था है वहां पर अस्थायी तौर से सप्लाई की जा रही मगर कई जगह पर व्यवस्था न होने से लोग बर्फ  पिघलाकर गुजरा कर रहे हैं। इस बर्फबारी से उपमंडल की  सलूणी, खरल, भांदल, सिंगाधार, कंधवारा व किहार पंचायतों की पेयजल लाइनें प्रभावित हुई हैं। लुहाणी, गुम्बरा, गुठान व सिंगाधार की लाइनें क्षतिग्रस्त होने से सलूणी पंचायत की करीब 2,000 आबादी, खरल पंचायत की करीब 1,000 आबादी व सिंगाधार की 2,000 आबादी प्रभावित हुई है जबकि जसौह व जलाड़ी के 300, कुंधाल मूल किहार लाइन के क्षतिग्रस्त होने से 600, लंगेरा से 150, प्रियुंगल व भेंट से 400 की आबादी प्रभावित हुई है।

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ठीक करने में 2 से 3 माह लग सकते हैं

यहां पर विभाग अस्थायी व्यवस्था के लिए प्रयासरत है। कई जगह अस्थायी व्यवस्था कर दी गई है। इन लाइनों के स्त्रोत पर भारी हिमपात होने से विभाग के कर्मचारियों को ठीक करने में 2 से 3 माह लग सकते हैं। धुत्ता-करेरी लाइन से 300 आबादी जबकि बिल्ला लाइन के क्षतिग्रस्त होने से 250 के करीब आबादी प्रभावित हुई है। सलूणी बाजार मेंं तो नौबत ऐसी है कि मेन लाइन टूटने से सारा दिन कर्मचारी जोडऩे मेंं लगे रहे लेकिन उन्हें सफलता हाथ नहीं लगी, जिससे चाय व ढाबे वालों के साथ-साथ लोग भी बर्फ  पिघला कर काम चला रहे हैं। सलूणी बाजार कि सबसे बड़ी समस्या यह है कि यहां पर कोई प्राकृतिक स्त्रोत नहीं है। लोगों ने विभाग से मांग कि है कि क्षतिग्रस्त हुई लाइनों की शीघ्र मुरम्मत कर इस समस्या का निदान किया जाए।

पेयजल के लिए अस्थायी तौर पर विभाग द्वारा व्यवस्था की गई

आई.पी.एच. सहायक अभियंता उपमंडल सलूणी भूपेेंद्र कुमार ने बताया कि यह बात सही है कि भारी हिमपात से विभाग की दर्जन पेयजल लाइनें क्षतिग्रस्त व कोहरे से जाम हुई हंै, जिस वजह से 5,000 के करीब आबादी प्रभावित हुई हंै। लोगों को पेयजल के लिए अस्थायी तौर पर विभाग द्वारा व्यवस्था की गई है। विभाग के कर्मचारी लाइनों को जोडऩे के लिए प्रयासरत हैं लेकिन पेयजल लाइनों के स्त्रोत पर भारी हिमपात होने से वहां तक पहुंचना मुश्किल हो रहा है।

 


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Kuldeep

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