जब मरीज को स्ट्रेचर पर उठाकर 15 किलोमीटर बर्फ पर चले ग्रामीण

punjabkesari.in Thursday, Dec 17, 2020 - 10:53 PM (IST)

मनाली (सोनू): जनजातीय जिला लाहौल के दूरदराज गांव नैनगाहर के लोग उस समय परेशानी में पड़ गए, जब ग्रामीण टशी तंडुप अचानक बीमार हो गया। मुरिंग-चौखंग-नैनगाहर संपर्क सड़क बर्फ के कारण अवरुद्ध होने से दिक्कत और भी बढ़ गई। चारों ओर बिछी बर्फ भी ग्रामीणों की हिम्मत कम नहीं कर पाई और ग्रामीणों ने हिम्मत व सूझबूझ से काम लेकर बर्फ से जिंदगी बचा ली। भले ही अटल टनल द्वारा जनजातीय क्षेत्र लाहौल-स्पीति तथा लेह-लद्दाख के साथ-साथ पांगी घाटी जुड़ गई हो मगर बर्फबारी होते ही सर्दियों का कष्ट पहले जैसा ही बना हुआ है। लचर स्वास्थ्य सुविधा के चलते लाहौल घाटी के लोगों में रोष है।

मुरिंग पंचायत के अमर सिंह, राजकुमार, पवन व फुंचोंग का कहना है कि अटल टनल से सुविधा तो मिली है लेकिन बर्फबारी होने के बाद हालात पहले जैसे कष्टदायक ही हैं। उनका कहना है कि जब तक तिन्दी, मयाडनाला, नैनगाहर तथा छीका रारिक जैसी दुर्गम जगहों में स्वास्थ्य सुविधा सुदृढ़ नहीं की जाती, तब तक सॢदयां कष्टदायक ही रहेंगी। उन्होंने बताया कि यह ग्रामीणों की हिम्मत का ही परिणाम है कि नैनगाहर के ग्रामीणों ने 15 किलोमीटर बर्फ में चलते हुए टशी को स्ट्रेचर द्वारा मुख्य सड़क तक पहुंचाया। उन्होंने रोष जताया कि जनजातीय इलाके के लोगों को सर्दियां आते ही सरकार अपनी हालत पर छोड़ देती है, जो दुखद है। इन हालातों में भगवान ही उनका मालिक होता है।

उनका कहना है कि नैनगाहर में लंबे समय से स्वास्थ्य उपकेंद्र पर ताला लटका है, साथ ही दूरभाष की सुविधा से भी क्षेत्र महरूम है। उन्होंने कहा कि लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को सड़क से बर्फ हटाने को कहा था लेकिन इस दिशा में अभी कोई पहल नहीं हुई है। मुरिंग पंचायत के उपप्रधान देवी सिंह ने बताया कि नैनगाहर के ग्रामीणों द्वारा टशी तंडुप को 15 किलोमीटर तक बर्फ के बीच चलकर स्ट्रेचर में उठाकर मुरिंग मुख्य रोड तक लाया गया, जहां से अटल टनल होते हुए कुल्लू पहुंचाया गया।


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Vijay

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