गोबिंदसागर में डूबे बोट चालक के परिजनों ने लगाई गुहार, सर्च ऑप्रेशन को सेना की मदद ले प्रशासन
punjabkesari.in Tuesday, Jul 06, 2021 - 10:58 PM (IST)

बिलासपुर (मुकेश/बंशीधर): गोबिंदसागर में 2 जुलाई को आए तूफान से डूबी बोट व उसके चालक का 5 दिन बाद भी कोई पता न चलने से परेशान परिजनों के एक प्रतिनिधिमंडल ने पंचायत उपप्रधान प्रभात सिंह चंदेल की अगुवाई में डीसी को ज्ञापन दिया। इस दौरान लापता प्रदीप कुमार के पिता जगदीश राम भी मौजूद रहे। ज्ञापन में कहा गया है कि लापता हुए प्रदीप कुमार को प्रशासन द्वारा पहले होमगार्ड व बीबीएमबी के गोताखोरों से तलाश करवाया गया लेकिन कोई सफलता नहीं। इसके बाद एनडीआरएफ के गोताखोरों को बुलाया गया लेकिन वे भी प्रदीप को नहीं ढूंढ पाए हैं।
उन्होंने डीसी को बताया कि एनडीआरएफ के गोताखोरों के पास भी केवल 70 से 80 फुट गहरे पानी में जाने के ही उपकरण हैं जबकि जहां पर बोट डूबने की आशंका जताई जा रही है वहां पर गोबिंदसागर की गहराई 180-200 फुट तक बताई जा रही है, ऐसे में संबंधित गोताखोरों से प्रदीप का सुराग लगाए जाने की आस करना ठीक नहीं है। इससे समय ही बर्बाद हो रहा है और गोबिंदसागर का जलस्तर दिन-प्रतिदिन बढ़ रहा है। उन्होंने डीसी बिलासपुर से आग्रह किया है कि लापता प्रदीप कुमार व बोट को ढूंढने के लिए उन गोताखोरों को बुलाया जाए जोकि 200 से 250 फुट गहरे पानी में जाने की क्षमता रखते हों। इसके लिए जिला प्रशासन सेना की मदद ले ताकि समय पर लापता प्रदीप का पता चल सके।
प्रदीप कुमार के पिता ने बताया कि प्रदीप की शादी करीब 4 वर्ष पहले हुई थी तथा उसकी 2 बेटियां हैं, जिनमें से एक की आयु डेढ़ वर्ष है तो दूसरी डेढ़ महीने की है। उन्होंने बताया कि उसकी पत्नी व बेटी की हालत बहुत खराब है। उन्होंने जिला प्रशासन से गुहार लगाते हुए कहा कि उसके बेटे की तलाश करने के लिए उन गोताखोरों को बुलाया जाए जोकि 250 फुट गहरे पानी में जा सकते हों। उन्होंने बताया कि प्रशासन की तरफ से मदद मिल रही है लेकिन इसका कोई फायदा अभी तक नहीं हुआ है। इस दौरान जगबी राम, मुस्ताक सिंह, नरेंद्र पुरी, रणजीत सिंह, केहर सिंह व कुलवीर भडोल भी मौजूद रहे।