मवा कहोलां के रजत डढवाल व कुनेरन के तुषार ठाकुर सेना में बने लैफ्टिनैंट

punjabkesari.in Saturday, Jun 10, 2023 - 05:24 PM (IST)

दौलतपुर चौक (परमार): ऊना जिले के मवा कहोलां गांव के रजत डढवाल व कुनेरन गांव के तुषार ठाकुर भारतीय सेना में लैफ्टिनैंट बने हैं। आईएमए देहरादून में शनिवार को हुई पासिंग आऊट परेड के बाद रजत डढवाल भारतीय सेना का हिस्सा बने हैं। रजत डढवाल वर्ष 2014 में ईएमई में बतौर क्लर्क  भर्ती हुए थे लेकिन उन्होंने संघर्ष करना नहीं छोड़ा। उसके उपरांत कड़ी मेहनत से रजत डढवाल ने वर्ष 2018 में 4 वर्षों के बाद कमीशन लिया। रजत डढवाल ने राष्ट्रीय सैन्य अकादमी देहरादून से 4 वर्ष का प्रशिक्षण हासिल किया। पासिंग आऊट परेड के समय रजत के पिता गुरदीप सिंह बब्बी, भाई राहुल लखनपाल, भाभी भावना, बहन अमृता राणा, बहनोई अतुल राणा व रेनम डढवाल मौजूद रहे। रजत डढवाल के पिता गुरदीप सिंह बब्बी सेना से हवलदार सेवानिवृत्त हैं। माता ऊषा देवी गृहिणी हैं जबकि भाई राहुल डढवाल मर्चैंट नेवी में चीफ ऑफिसर के पद पर कार्यरत हैं। लैफ्टिनैंट रजत अब असम रैजीमैंट में अपनी सेवाएं देंगे। रजत डढवाल की शिक्षा सेंट डीआर पब्लिक स्कूल गगरेट से हुई है। लैफ्टिनैंट रजत डढवाल ने अपनी कामयाबी का श्रेय अपने दिवंगत दादा ऑनरेरी कै. गजे सिंह डढवाल, माता-पिता व गुरुजनों को दिया है।

वहीं ऊना जिले के कुनेरन गांव के तुषार ठाकुर भारतीय सेना में लैफ्टिनैंट बने हैं। शनिवार को आईएमए देहरादून में हुई पासिंग आऊट परेड के बाद तुषार ठाकुर विधिवत रूप से भारतीय सेना का हिस्सा बने। इस मौके के गवाह तुषार ठाकुर के पिता सतीश परमार, माता अनुराधा परमार, ताया सुखदेव सिंह परमार व परिवार के अन्य सदस्य बने। देहरादून में हुई पासिंग आऊट परेड में पिता सतीश परमार व माता अनुराधा परमार ने तुषार ठाकुर के कंधों पर स्टार लगाए। लैफ्टिनैंट तुषार ठाकुर 8 सिख रैजीमैंट में सेवाएं देंगे। तुषार के पिता हाल ही में गौंदपुर बनेहड़ा स्कूल से प्रिंसीपल सेवानिवृत्त हुए हैं जबकि माता राजकीय माध्यमिक पाठशाला शिवपुर में टीजीटी अध्यापिका हैं। तुषार के बड़े भाई दीपांश ठाकुर प्रतिष्ठित पैनासोनिक कंपनी में बतौर इंजीनियर कार्यरत हैं। तुषार की प्रारंभिक शिक्षा डीएवी स्कूल अम्बोटा में हुई जबकि उन्होंने 9वीं से जमा-2 की शिक्षा सैनिक स्कूल सुजानपुर टीहरा से प्राप्त की। तुषार ने वर्ष 2019 में एनडीए की परीक्षा पास करने के उपरांत 3 वर्ष का प्रशिक्षण राष्ट्रीय रक्षा अकादमी खड़कवासला पुणे में हासिल किया। राष्ट्रीय रक्षा अकादमी प्रशिक्षण के बाद तुषार ठाकुर ने एक साल आईएमए देहरादून में प्रशिक्षण लिया। लै. तुषार ठाकुर ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता, दिवंगत दादा-दादी, गुरुजनों और दोस्तों को दिया है।

हिमाचल की खबरें Twitter पर पढ़ने के लिए हमें Join करें Click Here
अपने शहर की और खबरें जानने के लिए Like करें हमारा Facebook Page Click Here
 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Vijay

Recommended News

Related News