Hamirpur: ब्रिगेडियर पिता की राह पर चलकर लैफ्टिनैंट बना बेटा, IMA देहरादून में लिया देशसेवा का प्रण
punjabkesari.in Sunday, Dec 14, 2025 - 07:44 PM (IST)
नादौन (जैन): हिमाचल प्रदेश के नादौन उपमंडल के हीरानगर निवासी कार्तिकेय अग्निहोत्री अपने परिवार की गौरवशाली परंपरा को आगे बढ़ाते हुए भारतीय सेना में कमीशन प्राप्त कर लैफ्टिनैंट बन गए हैं। शनिवार को देहरादून स्थित प्रतिष्ठित भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) में आयोजित पासिंग आऊट परेड के बाद कार्तिकेय विधिवत रूप से सेना में अधिकारी बन गए। इस भावुक और गर्व के क्षण में कार्तिकेय के पिता ब्रिगेडियर राजन अग्निहोत्री और माता अर्चना अग्निहोत्री ने जब बेटे के कंधों पर बैज लगाए, तो वहां मौजूद हर शख्स का सीना गर्व से चौड़ा हो गया।
वहीं सैंकड़ों किलोमीटर दूर नादौन के हीरानगर में बैठे कार्तिकेय के दादा, सेवानिवृत्त प्रोफैसर जेपी अग्निहोत्री और दादी, सेवानिवृत्त प्राचार्य लक्ष्मी अग्निहोत्री इस पल के साक्षी बने। पोते की कामयाबी की खबर सुनते ही उनकी आंखों में खुशी के आंसू छलक आए। भावुक दादा ने कहा कि इससे बड़ी खुशी क्या हो सकती है कि बेटे के बाद अब पोते ने भी देश सेवा की राह चुनी है।
बचपन से था वर्दी पहनने का जुनून
कार्तिकेय के पिता ब्रिगेडियर राजन अग्निहोत्री, जो स्वयं जून 1995 में इसी तरह सेना में अधिकारी बने थे, ने बताया कि बेटे का सपना आज साकार हुआ है। उन्होंने कहा कि कार्तिकेय बचपन में जब मुझे वर्दी में देखता था, तो हमेशा कहता था कि पापा मैं भी आपकी तरह वर्दी पहनूंगा। वहीं, माता अर्चना अग्निहोत्री ने कहा कि बेटे को अधिकारी बनते देखना केवल एक व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं है, बल्कि राष्ट्र को एक समर्पित सपूत सौंपने का परम संतोष है। बता दें कि ब्रिगेडियर राजन वर्तमान में पंजाब में अपनी सेवाएं दे रहे हैं और एक ब्रिगेड की कमान संभाल रहे हैं।
धर्मशाला और महू से हुई है पढ़ाई
मार्च 2004 में जन्मे कार्तिकेय ने अपनी 12वीं की पढ़ाई आर्मी पब्लिक स्कूल महू (मध्य प्रदेश) से पूरी की है। इससे पहले वह 2 साल तक धर्मशाला के सिद्धबाड़ी स्थित सैक्रेड हार्ट स्कूल में भी एक मेधावी छात्र रहे हैं। देहरादून में आयोजित इस भव्य समारोह में कार्तिकेय के चाचा सुनीत अग्निहोत्री और चाची कविता अग्निहोत्री भी मौजूद रहे। कार्तिकेय की छोटी बहन श्रेया अग्निहोत्री फिलहाल मुंबई स्थित विश्वविद्यालय से अपनी पढ़ाई कर रही हैं। कार्तिकेय की इस उपलब्धि पर पूरे नादौन क्षेत्र में खुशी की लहर है।

