दिल्ली में सोनिया गांधी से मिलकर सुझाव देंगे पंडित सुखराम, जानिए क्या है मकसद

Friday, Dec 06, 2019 - 10:10 PM (IST)

मंडी (ब्यूरो): देश और प्रदेश में सबसे लंबे समय तक सत्ता में रही कांग्रेस अब बदलाव के दौर से गुजर रही है, ऐसे में हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कार्यकारिणी के भंग होने के बाद पुनर्गठन को देखते हुए हलचल तेज हो गई है। कांग्रेस के कई नेता कार्यकारिणी में अपने लोगों को फिट करवाने के चक्कर में आलाकमान के यहां हाजिरी लगाकर अपनी गोटियां फिट करने में जुट गए हैं। अभी कुछ दिन पहले पूर्व मंत्री रहे रामलाल ठाकुर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया से मिले थे और अब माना जा रहा है कि पूर्व संचार मंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पंडित सुखराम अपने पौते आश्रय शर्मा को साथ लेकर दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया से मुलाकात करेंगे।

सुखराम ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस को सत्ता में वापस लाने के लिए केंद्रीय नेताओं को उन्होंने अपने सुझाव दिए हैं और अब मैं सोनिया गांधी को भी अपनी राय से अवगत करवाऊंगा। आगामी विधानसभा चुनावों के दृष्टिगत कांग्रेस पार्टी को एकजुटता के साथ आगे बढऩे की आवश्यकता है। बता दें  कि सुखराम स्व. प्रधानमंत्री राजीव गांधी के करीबी रहे हैं, ऐसे में कांग्रेस संगठन में पंडित सुखराम की राय अहम मानी जाती है। खासकर मंडी व कुल्लू जिला में पंडित सुखराम के प्रभाव का असर कार्यकारिणी के गठन में भी देखने को मिल सकता है।

पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के साथ बनते-बिगड़ते रिश्तों की वजह से सुखराम कांग्रेस से बाहर व वापसी करते रहे हैं और अभी हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव से पहले उन्होंने अपने पोते के साथ कांग्रेस में वापसी की है। हालांकि उनके इस कदम से उनके बेटे को मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा मगर अब यह माना जा रहा है कि सुखराम गत लोकसभा चुनावों में कांग्रेस के मुख्य नेताओं की भूमिका पर भी फीडबैक दे सकते हैं। उनके पोते आश्रय ने मंडी संसदीय क्षेत्र से लोकसभा का चुनाव लड़ा था और कुछ नेताओं की संदिग्ध भूमिका बारे प्रश्नचिन्ह भी लगाया था, इस बात का जिक्र अपनी मुलाकात में सुखराम कर सकते हैं।

Vijay