प्रभावी ढंग से निभाएंगे नेता प्रतिपक्ष की भूमिका : जयराम

punjabkesari.in Wednesday, Jan 25, 2023 - 12:48 AM (IST)

शिमला (रमेश सिंगटा): अपने शालीन व्यवहार और लंबे राजनीतिक जीवन के लिए चर्चित पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर नई भूमिका में हैं। वह उसी पद पर आ गए हैं, जिस पर रहते हुए हिमाचल की सियासत के सूरमा रहे स्वर्गीय वीरभद्र सिंह, सड़कों के मुख्यमंत्री के नाम से जाने वाले पूर्व मख्यमंत्री प्रेमकुमार धूमल रहे। अब विपक्ष के नेता के तौर पर वह प्रभावी भूमिका निभाएंगे, इसके उन्होंने साफ संकेत दिए हैं। उन्होंने कई मुद्दों पर बेबाकी के साथ राय रखी। बकौल जयराम ठाकुर मौजूदा कांग्रेस सरकार सुख की नहीं जनता के लिए दुख देने वाली सरकार साबित हो रही है। सरकार अपने लिए बेशक सत्ता सुख भोग रही हो लेकिन अल्पकाल में ही जनता के हिस्से दुख ही हाथ आया है। सत्ता में आते ही सरकार ने 600 से अधिक संस्थान बंद कर दिए। समीक्षा पहले भी होती रही है लेकिन डिनोटिफाई कर तालेबंदी हिमाचल के इतिहास में पहली बार हुई है।

बंद होने की कगार पर हिमकेयर योजना
हिमकेयर योजना बंद होने की कगार पर आ गई है। इसके जरिये लाखों लोगों को मामूली अंशदान से 5 लाख तक का स्वास्थ्य सुरक्षा कवर मिलता है। पूर्व सरकार की प्रणाली को रद्द करने की कोशिश हो रही है। यही हाल आयुष्मान भारत योजना का हो रहा है। केंद्र की इस योजना का सही तरीके से क्रियान्वयन नहीं हो पा रहा है। इससे गरीब व्यक्तियों को इलाज की चिंता सता रही है। सीपीएस की नियुक्तियों के मसले पर उन्होंने कहा कि फिलहाल इसका कानूनी परीक्षण हो रहा है।

कहीं पुराने पैंशनधारकों की पैंंशन भी बंद न हो जाए
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि कर्मचारियों की पुरान पैंशन बहाली ठीक है, लेकिन इसके प्रभाव दूरगामी होंगे। पैंशन देने के लिए जनता पर टैक्स थोप देना उचित नहीं है। कहीं आर्थिक हालात इस कदर न बिगड़ जाए कि 2004 से पहले के नियुक्त कर्मचारियों को भी पैंशन समय पर न दे पाएं। एनपीएस का एमओयू टूटा तो केंद्र की कई स्कीमों पर भी बुरा असर हो सकता है। नई नौकरियों पर भी कटौती होगी। अभी तो ओपीएस का फार्मूला ही सरकार तय नहीं कर पाई है। सुक्खू सरकार बताए कि कर्मचारियों के एरियर का क्यों भुगतान नहीं हो रहा है। राजस्थान में एक साल से ओपीएस को लागू नहीं किया जा रहा है।

अध्यक्ष समेत कई नेताओं ने की मुलाकात
मंगलवार को नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर से भाजपा अध्यक्ष सुरेश कश्यप, पूर्व मंत्री डाॅ. रामलाल मारकंडेय, पूर्व मंत्री सुखराम चौधरी समेत भाजपा के कई विधायकों, नेताओं मुलाकात की। उन्होंने कई मुद्दों पर चर्चा की। कश्यप के अनुसार अभी तक प्रदेश की कांग्रेस सरकार 32 बिजली बोर्ड के कार्यालय बंद कर चुकी है, इसी प्रकार 291 स्वास्थ्य संस्थान पीएचसी पर ताले लग चुके हैं। इससे हिमाचल प्रदेश के विकास और उन्नति पर सीधा सीधा प्रहार हुआ है। प्रदेश में 7 मंत्रियों के साथ 6 सीपीएस की भी नियुक्ति कर दी गई, सीपीएस की नियुक्तियों से हिमाचल प्रदेश पर आर्थिक बोझ बढ़ा ही है। 

हरेक महिलाओं को 1500 रुपए देने का वायदा निभाए कांग्रेस
जयराम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस ने चुनाव से पूर्व जनता के साथ हरेक महिला को 1500 रुपए मासिक देने का वायदा किया था। इसे सरकार अब भूल गई है। इसे पूरा करें। केवल वोट बटारे गए, इस वाश्दे को पूरा करना आसान नहीं है।

हिमाचल की खबरें Twitter पर पढ़ने के लिए हमें Join करें Click Here
अपने शहर की और खबरें जानने के लिए Like करें हमारा Facebook Page Click Here


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Vijay

Recommended News

Related News