82 वर्षीय वृद्धा महिला अपनी पढ़ी-लिखी औलाद के बावजूद लोगों के सहारे जीवन बिता रही

punjabkesari.in Monday, Dec 23, 2019 - 11:09 AM (IST)

चौंतड़ा (ब्यूरो): कहते हैं कि बुढ़ापे में औलाद अपने माता-पिता का सहारा होती है परंतु 82 वर्षीय वृद्ध महिला अपनी पढ़ी-लिखी औलाद के बावजूद आज भी लोगों के सहारे जीवन यापन कर रही है। ऐसा ही मामला विकास खंड चौंतड़ा के तहत पंचायत सगनेहड़ गांव में 82 वर्षीय अनुसूचित जाति की वृद्धा महिला जुध्या देवी आजादी के 72 वर्षों बाद भी बिजली और शौचालय जैसी मूलभूत सुविधाओं से वंचित है और अपनी औलाद होने के बाद भी जुध्या देवी आज भी बदहाली सा जीवन एकमात्र कच्चे क्षतिग्रस्त टीन की छत वाले कमरे में व्यतीत कर रही है।

समाजसेवी व धर्मशाला निवासी संजय शर्मा को सोशल मीडिया के जरिए जुध्या देवी की दयनीय हालत के बारे में पता चला तो वह जुध्या देवी के घर सगनेहड़़ पहुंच गए और उसकी हालत देखकर हैरान रह गए। गौरतलब है कि वृद्धा का बेटा प्रदेश के एक सरकारी विभाग में अराजपत्रित कर्मचारी के बतौर तैनात है परन्तु उसके बावजूद वृद्धा की देखभाल न करने पर समाजसेवी संजय शर्मा ने हैरानी जताते हुए इस मामले को सरकार के समक्ष उठाने की पहल शुरू कर दी है।

न मिला किसी योजना का लाभ और न है शौचालय

जुध्या देवी को आज तक न तो किसी तरह की आवास योजना का लाभ मिल पाया और न ही देश में चल रही उज्ज्वला गैस योजना का लाभ मिल पाया है। यही नहीं स्वच्छ घोषित पंचायत सगनेहड़ में रहने वाली इस बुजुर्ग महिला को शौचालय तक की सुविधा भी नहीं है और आज भी यह महिला शौच के लिए खुले में जाने को मजबूर है। मंडी संसदीय क्षेत्र के सांसद रामस्वरूप शर्मा के गृह विधानसभा क्षेत्र की इस वृद्धा महिला की सुविधा के लिए किसी भी अधिकारी व कर्मचारी ने इस महिला के उत्थान के लिए सगनेहड़ का रास्ता तक नहीं देखा।


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kirti

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