वन स्टॉप सैंटर में महिला कर्मियों पर 24 घंटे ड्यूटी का दवाब डाल रहा अधिकारी, ऑडियो क्लिप में हुआ खुलासा

punjabkesari.in Wednesday, Aug 04, 2021 - 04:38 PM (IST)

शिमला (योगराज): महिलाओं की सुरक्षा के लिए महिला बाल विकास विभाग शिमला द्वारा राजधानी शिमला के मशोबरा में वन स्टॉप सैंटर (ओएससी) संचालित किया जा रहा है। इस सैंटर में सेवारत आऊटसोर्स महिला कर्मचारियों का शोषण हो रहा है। सैंटर में महिला स्टाफ से लगातार 24 घंटे की ड्यूटी करवाकर श्रम नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। वन स्टॉप सैंटर मशोबरा की केंद्रीय प्रबंधक (सैंटर एडमिस्ट्रेटर) की तरफ से बाकायदा आऊटसोर्स महिला कर्मियों की 24 घंटे नाइट ड्यूटी का रोस्टर जारी किया गया है तथा कर्मियों को रोस्टर के अनुसार 24 घंटे ड्यूटी देने के सख्त निर्देश हैं। पिछले 5 महीनों से इस सैंटर में आऊटसोर्स पर सेवारत महिला कर्मी रोस्टर के तहत 24 घंटे ड्यूटी देने को मजबूर हैं। कोरोना कफ्र्यू के दौरान भी आऊटसोर्स महिला स्टाफ से इस सैंटर में 24 घंटे ड्यूटी ली गई।

यहां सुनें ऑडियो क्लिप में हुई बातचीत....

 
24 घंटे डयूटी का दवाब बना रहा अधिकारी, सुनें महिला कर्मी से बातचीत का वायरल ऑडियो

24 घंटे डयूटी का दवाब बना रहा अधिकारी, सुनें महिला कर्मी से बातचीत का वायरल ऑडियो #Shimla #HimachalPradesh #PunjabKesari #AudioViral

Posted by Punjab Kesari / Himachal on Wednesday, August 4, 2021

इस सैंटर को चलाने का सारा जिम्मा शिमला के जिला कार्यक्रम अधिकारी (डीपीओ) का है। चौंकाने वाली बात ये है कि डीपीओ दफ्तर शिमला का सांख्यिकी सहायक (स्टैटिकल असिस्टैंट) मशोबरा सैंटर के आऊटसोर्स स्टाफ को लगातार 4 दिन डे-नाइट ड्यूटी लगाने के सख्त ऑर्डर जारी कर रहा है। यहां आऊटसोर्स पर तैनात एक युवती ने लगातार 4 दिन डे-नाइट ड्यूटी देने पर जब एतराज जताया तो स्टैटिकल असिस्टैंट की तरफ से कहा गया कि जॉब करनी है तो लगातार 4 दिन डे-नाइट ड्यूटी देनी पड़ेगी। इस पर आऊटसोर्स पर नौकरी कर रही युवती रोने लगती है और अपने बीमार पिता का जिक्र करती है कि उसके पिता को लंग्ज इन्फेक्शन है और अगर वो 4 दिन लगातार मशोबरा वन स्टॉप सैंटर में ड्यूटी पर रहेगी तो उसके बीमार पिता की देखभाल कौन करेगा। युवती बोलती है कि वो रोस्टर के हिसाब से डे-नाइट ड्यूटी तो दे ही रही है लेकिन लगातार 4 दिन ड्यूटी कैसे देगी। इस पर स्टैटिकल असिस्टैंट युवती को डीपीओ से बात करने को कहता है। आऊटसोर्स पर नियुक्त युवती और अधिकारी के बीच बातचीत की ऑडियो क्लिप में इस बात की पुष्टि हुई है।

24 घंटे ड्यूटी देने के बावजूद लगाई गई अब्सैंट

इसके अलावा वन स्टॉप सैंटर की एक अन्य युवती ने आरोप लगाया है कि सैंटर में 24 घंटे ड्यूटी देने के बावजूद उसकी अब्सैंट लगाई गई है। इस महिला कर्मी ने बताया कि 19 जुलाई को उसने दूसरे महिला कर्मी के आग्रह पर उसकी जगह सैंटर में 24 घंटे की ड्यटी दी थी लेकिन फिर भी उसकी अब्सैंट लगाई गई और महिला बाल विकास शिमला के कार्यालय का एक अधिकारी उसे ये कहकर धमका रहा है कि अब उसकी सैलरी काटी जाएगी।

कर्मचारियों की 24 घंटे ड्यूटी नहीं लगाई जा सकती : अर्जुन नेगी

उधर, राज्य में वन स्टॉप सैंटर की देखरेख का जिम्मा सम्भाल रहे महिला बाल विकास के उपनिदेशक अर्जुन नेगी ने बताया कि वन स्टॉप सैंटर का 24 घंटे, सात दिन खुला रहना अनिवार्य है लेकिन सैंटर में कर्मचारियों की लगातार 24 घंटे ड्यूटी नहीं लगाई जा सकती है। ये नियमों के विपरीत है। कर्मचारियों की रोटेशन के आधार पर 24 घंटे ड्यटी लगाने का प्रावधान है। वहीं इस मसले पर शिमला की जिला कार्यक्रम अधिकारी  वंदना चौहान (डीपीओ) ने संज्ञान लेने की बात कही है। उन्होंने भी माना कि वन स्टाप सैंटर में किसी भी आऊटसोर्स स्टाफ की 24 घंटे की डयूटी नहीं लगाई जा सकती है।


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Content Writer

Vijay

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