NCERT करवाएगा टीचर ट्रेनिंग, हिमाचल ने बैठक में रखा 900 करोड़ का प्लान

Thursday, May 09, 2019 - 10:23 AM (IST)

शिमला (प्रीति): नैशनल काऊंसिल ऑफ एजुकेशन रिसर्च एंड ट्रेनिंग (एन.सी.ई.आर.टी.) ही प्रदेश में शिक्षकों के लिए ट्रेनिंग प्र्रोग्राम करवाएगा। एन.सी.ई.आर.टी. के रिसोर्सपर्सन प्रदेश के शिक्षकों को ट्रेनिंग देेंगे। इसके बाद ये शिक्षक अपने-अपने स्कूलों में दूसरे शिक्षकों को ट्रैंड करेंगे। बुधवार को दिल्ली में हुई प्रोजेक्ट अप्रूवल बोर्ड की बैठक में एम.एच.आर.डी. के अधिकारियों ने इस संबंध में जानकारी दी है। एम.एच.आर.डी. ने इसे हर राज्य के लिए अनिवार्य किया है। इसके तहत अब एन.सी.ई.आर.टी. के विशेषज्ञ ही शिक्षकों को ट्रेनिंग देंगे। 

इस दौरान एम.एच.आर.डी. ने प्रदेश में शिक्षकों को दी जाने वाली ट्रेनिंग में सुधार करने के निर्देश दिए हैं। जानकारी के अनुसार एम.एच.आर.डी. ने इस वित्त वर्ष में हिमाचल को टीचर एजुकेशन में पहले से अधिक बजट देने की भी बात कही है। हिमाचल से इस बैठक में प्रधान सचिव शिक्षा के.के. पंत और परियोजना निदेशक आशीष कोहली ने भाग लिया। अधिकारियों ने इस दौरान 900 करोड़ का बजट प्लान एम.एच.आर.डी. के अधिकारियों के समक्ष रखा। हालांकि बैठक में बजट को अभी अप्रूवल नहीं मिली है। एम.एच.आर.डी. बाद में प्रदेश का बजट स्वीकृत करेगा।

स्कूलों में शुरू होगी शगुन योजना

बैठक में स्कूलों में शगुन योजना शुरू करने का फैसला लिया गया। यह तय किया गया कि सरकारी स्कूलों में शगुन उत्सव के आधार पर शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाया जाएगा। इसके तहत हर साल सितम्बर माह में स्कूलों में स्थानीय लोगों से निरीक्षण करवाया जाएगा। निरीक्षण के माध्यम से स्कूल में हुए विकास कार्यों का जायजा लिया जाएगा और इस संबंध में रिपोर्ट तैयार की जाएगी। इसके बाद शिक्षा विभाग के माध्यम से यह प्रस्ताव भारत सरकार को भेजा जाएगा। भारत सरकार ने शगुन उत्सव के लिए अलग से बजट देने की बात कही है।

 

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