नड्डा के पास नाराजगी जाहिर कर रहे सरकार से नाराज वर्कर

punjabkesari.in Friday, Jun 22, 2018 - 10:42 AM (IST)

शिमला: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने अपने हिमाचल प्रवास के दौरान वीरवार को पार्टी दफ्तर दीपकमल में भाजपा नेताओं व कार्यकर्ताओं के साथ आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर मंथन किया। इस दौरान भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के प्रस्तावित शिमला दौरे को लेकर भी चर्चा की गई। जिन कार्यकर्ताओं की मौजूदा जयराम सरकार में कोई पूछ नहीं रही, उन्होंने नड्डा के समक्ष अपनी समस्याएं रखीं। वहीं नड्डा ने कार्यकर्ताओं की समस्याओं को मुख्यमंत्री के समक्ष उठाकर जल्द हल करवाने का भरोसा दिलाया। 


बता दें कि लोस चुनाव के दृष्टिगत उनके हिमाचल दौरे बढ़ते जा रहे हैं। उन्होंने पार्टी ऑफिस में बैठना शुरू कर दिया है। वह पार्टी से नाराज कार्यकर्ताओं को मनाने में जुट गए हैं। जिन कार्यकर्ताओं की सरकार नहीं सुन रही है वे वर्कर जे.पी. नड्डा से मिलने पहुंच रहे हैं। इससे पहले केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने संपर्क फॉर समर्थन अभियान के तहत शिमला शहर के कुछ प्रमुख लोगों से मुलाकात की। उन्होंने लैफ्टिनैंट जनरल सेवानिवृत्त हरदेव सिंह, सेवानिवृत्त आई.ए.एस. दीपक सानन, सेवानिवृत्त आई.ए.एस. अधिकारी अभय शुक्ला, लेखक ओ.सी. हांडा तथा मूर्तिकार एवं पेंटर महेश चंद्र सक्सेना से भेंट कर केंद्र सरकार की 4 साल की प्रमुख उपलब्धियों व योजनाओं से अवगत करवाया। 


उल्लेखनीय है कि साल 2019 में लोकसभा चुनाव होने हैं। इसे लेकर भाजपा ने तैयारियां शुरूकर दी हैं। भाजपा का संपर्क फॉर समर्थन अभियान भी इसी का एक हिस्सा है। इसी कड़ी में जे.पी. नड्डा ने रिज पर आयोजित योग कार्यक्रम में भाग लेने के अलावा कार्यकर्ताओं, पार्टी के नेताओं और शहर की कुछ प्रमुख हस्तियों से मुलाकात की है। वर्तमान में हिमाचल की चारों लोकसभा सीटें भाजपा की झोली में हैं। 


कार्यकर्ताओं में भरा जोश
जे.पी. नड्डा ने 2019 में फिर से क्लीन स्वीप करने का जोश कार्यकर्ताओं में भरा। जानकारी के मुताबिक जे.पी. नड्डा ने सभी कार्यकत्र्ताओं से आगामी चुनावों के लिए तैयार रहने को कहा है। सुबह के वक्त रिज पर आयोजित योग कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि समाज के हर व्यक्ति को योग को अपनाना चाहिए जिससे पूरा समाज निरोग और स्वस्थ होता है। उन्होंने कहा कि योग हमारे प्राचीन काल से शारीरिक और मानसिक पवित्रता का एक अभिन्न अंग रहा है जिसे हमारे ऋषियों और मुनियों ने विरासत के रूप में हमें सौंपा है।


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Ekta

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