सांसद किशन कपूर ने रेल मंत्रालय से किया डल्हौजी को रेल मार्ग से जोड़ने का अनुरोध
punjabkesari.in Friday, Nov 26, 2021 - 07:32 PM (IST)

डल्हौजी (शमशेर महाजन): कांगड़ा-चम्बा के सांसद किशन कपूर ने रेल मंत्रालय से चम्बा जिला के प्रसिद्ध ऐतिहासिक एवं पर्यटन नगरी डल्हौजी को रेल मार्ग से जोड़ने के प्रस्ताव पर विचार करने का अनुरोध किया है। उन्होंने कहा है कि पठानकोट से डल्हौजी की दूरी मात्र 81 किलोमीटर है और इस शहर को रेल मार्ग से जोड़ने से हिमाचल प्रदेश का आकांक्षी जिला चम्बा भी रेल मार्ग से जुड़ जाएगा। उन्होंने कहा कि डल्हौजी को रेल मार्ग से जोड़ने के संबंध में रेल मंत्री को पत्र द्वारा भी अनुरोध किया गया है और आगामी संसद सत्र में वह यह मामला भी उठाएंगे।
गत दिवस चंडीगढ़ में रेलवे के फिरोजपुर मंडल द्वारा आयोजित बैठक को सम्बोधित करते हुए सांसद किशन कपूर ने कहा कि फिरोजपुर मंडल के अंतर्गत पठानकोट-जोगिंद्रनगर रेल लाइन के रखरखाव और संचालन का दायित्व है लेकिन यह रेल मार्ग सदैव ही उपेक्षित रहा है। उन्होंने कहा कि अंग्रेजों द्वारा 1927 में निर्मित यह रेल लाइन लगभग 100 वर्षों में एक इंच भी इधर से उधर नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि पठानकोट-जोगिंद्रनगर रेल लाइन पर पहले 7 ट्रेनें चलती थीं जिनमें से केवल 4 ट्रेनें ही पुनः चलाई गई हैं। इस रेल लाइन पर कुछ रेलवे फाटक ऐसे हैं, जिनके बन्द होने के कारण सदैव यातायात बाधित रहता है। चक्की बैंक और इंदौरा के समीप मोटहली रैंप रेलवे फाटक इसके जीवंत उदाहरण हैं।
उन्होंने कहा कि मोटहली रैंप रेलवे फाटक पर दोहरा रेल मार्ग होने के कारण ट्रेनों की अधिक आवाजाही रहती है, जिसके कारण यातायात बाधित होता है। उन्होंने मोटहली रैंप रेलवे फाटक पर अंडर ग्राऊंड पुल बनाने का भी फिरोजपुर मंडल से अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि लोगों को इन फाटकों के अक्सर बन्द रहने की वजह से भारी असुविधा होती है। जब रेल मंत्रालय से इस विषय में बात की जाती है तो विभिन्न प्रशासनिक अड़चनों का हवाला देकर मामला वर्षों तक लटका रहता है।
कांगड़ा घाटी की नैसर्गिक आभा के प्रति पर्यटकों को आकर्षित करने पर फिरोजपुर रेल मंडल को किशन कपूर ने सुझाव दिया कि कांगड़ा घाटी रेल मार्ग पर रेल मंत्रालय विभिन्न तीर्थाटन पैकेज बना कर यात्रियों को विशेष सुविधा प्रदान करने का प्रस्ताव मंत्रालय को अनुमोदन के लिए प्रेषित कर सकता है। उन्होंने कहा है कि कांगड़ा के विश्व ख्याति प्राप्त शक्तिपीठों के दर्शनों के लिए देश-विदेश से तीर्थ यात्री आते हैं। इसके अतिरिक्त कई अन्य विशेष मंदिर भी पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। उन्होंने कहा कि दलाई लामा के धर्मशाला में वास के कारण बौद्ध पर्यटकों में भी कांगड़ा घाटी के प्रति आकर्षण बढ़ा है।
किशन कपूर ने कहा कि चम्बा और कांगड़ा जिला में सैनिक परिवारों का बाहुल्य है। इन परिवारों के सदस्य सेना में कार्यरत अपने सगे-सम्बन्धियों से मिलने के लिए रेल सेवाओं का उपयोग करते हैं। इन परिवारों की सुविधा के लिए चम्बा और ज्वालामुखी में रेल टिकट आरक्षण काऊंटर खोलने की भी फिरोजपुर मंडल द्वारा मंत्रालय को संतुति की जानी चाहिए। पठानकोट-जोगिंद्रनगर रेल लाइन पर चलने वाली ट्रेनों के डिब्बों को आरामदेह बनाने का भी रेल मंत्रालय को प्रयास करना चाहिए। वहीं फिरोजपुर रेलवे मंडल के अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि शीघ्र ही पठानकोट-जोगिंद्रनगर रेल लाइन पर शेष ट्रेनें भी शीघ्र चालू कर दी जाएंगी।
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