स्वां का चीरहरण कर रहा खनन माफिया, आंखें मूंदे बैठा प्रशासन

punjabkesari.in Tuesday, Jun 25, 2019 - 03:11 PM (IST)

ऊना (अमित): खनन माफिया के कहर के कारनामों से पूरा देश चिंतित है, लेकिन शांत कहे जाने वाले हिमाचल प्रदेश में भी खनन माफिया पांव पसारता जा रहा है, खनन माफिया यहां जमकर चांदी कूट रहा है। ऊना में खनन माफिया के कहर का आलम ये है कि अपने फायदे के लिए यह लोग दिन-दिहाड़े ही स्वां नदी के भीतर बड़ी-बड़ी मशीनें लगाकर रेत उठा रहे हैं। वहीं खनन माफिया रात के अंधेरे में मशीनों से रेत उठाकर सड़कों किनारे बड़े-बड़े डंप लगा रहा है और सुबह होते ही इन डंपों से रेत की सप्लाई की जाती है। ऊना की स्वां नदी को जीवनधारा कहा जाता है लेकिन खनन माफिया इसी जीवनधारा का चीरहरण करने में लगा हुआ है। इस नदी से रोजाना सैकड़ों टिप्पर रेत लेकर हिमाचल से पंजाब के लिए रवाना किए जा रहे हैं। 
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स्वां नदी के तटीकरण के लिए सरकार द्वारा करोड़ों रुपया खर्च किया गया है लेकिन खनन माफिया ने इन तटबंधों के बिल्कुल साथ से रेत उठाकर बड़े-बड़े गड्डे कर रहा है जिससे इन तटबंधों के नुक्सान का भी अंदेशा बना हुआ है। खनन माफिया की हरकतों से परेशान लोग कई बार आवाज उठाते है लेकिन उनकी आवाज दबकर रह जाती है। इस बार हरोली विधानसभा क्षेत्र के गांव कांगड़ के वाशिंदों ने खनन माफिया के खिलाफ आवाज बुलंद कर दी है। कांगड़ के ग्रामीणों ने दिनों-दिन बढ़ रही खनन माफिया की गतिविधियों से परेशान होकर स्थानीय पंचायत को शिकायत सौंपकर इस मामले पर कड़ी कार्रवाई की मांग उठाई है।
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स्थानीय लोगों ने कहा कि खनन माफिया द्वारा जहां स्वां नदी में बड़े-बड़े गड्डे कर दिए गए है जिससे बरसातों के दिनों में किसी अनहोनी का अंदेशा बना हुआ है। वहीँ गांव के बीचों बीच रेत के बड़े के डंप लगा दिए है जिससे हर समय दुर्घटनाओं का खतरा बना रहता है। पंचायत प्रधान शशि कुमारी ने बताया कि उनके गांव में खननमाफिया द्वारा स्वां नदी में अवैज्ञानिक खनन करने की शिकायतें मिल रही थी जिसे लेकर आज मौका देखा गया है। पंचायत प्रधान ने माना कि स्वां नदी में बहुत बड़े स्तर पर खनन हुआ है। पंचायत प्रधान ने प्रशासन से खनन पर लगाम लगाने की मांग उठाई है।
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क्षेत्र में खनन को लेकर कांग्रेस ने भी सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। हरोली ब्लाक कांग्रेस के अध्यक्ष विनोद बिट्टू ने कहा कि जयराम सरकार में प्रशासन खनन गतिविधियों को लेकर आँखे मूंदे बैठा है। खनन विभाग के निरीक्षक के पास वो ही रता रटाया जबाब सुनने को मिला कि विभाग मामले में उचित कार्रवाई करेगा। खनन इंस्पेक्टर की माने तो मीडिया के माध्यम से उनके ध्यान में यह मामला आया है। तो सवाल उठना लाजमी है कि क्या विभाग क्षेत्र में जाकर खनन गतिविधियों का जायजा नहीं लेता।


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Ekta

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