अंतर्राष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव में होंगी 6 सांस्कृतिक संधाएं, 9 मार्च को निकलेगी पहली जलेब

Wednesday, Feb 07, 2024 - 10:55 PM (IST)

मंडी (रजनीश): मंडी के अंतर्राष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव के दौरान 9 से 14 मार्च तक 6 सांस्कृतिक संध्याओं का आयोजन किया जाएगा। महोत्सव के दौरान पहली जलेब 9 मार्च, मध्य जलेब 12 मार्च को तथा तीसरी व अंतिम जलेब 15 मार्च को निकलेगी, जिनमें आकर्षक झांकियां भी शामिल की जाएंगी। मेले में परंपरागत कला संस्कृति को प्रोत्साहन दिया जाएगा। अंतर्राष्ट्रीय शिवरात्रि मेले के आयोजन की तैयारियों को लेकर बुधवार को डीसी मंडी अपूर्व देवगन ने अधिकारियों के साथ मेले से जुड़े प्रबंधों की समीक्षा बैठक की। अपूर्व देवगन ने कहा कि मेले में पधारने वाले देवी-देवताओं की आवभगत में कोई कमी नहीं रखी जाएगी तथा उनके संग आए देवलुओं के ठहरने के बेहतर प्रबंध किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि ठहरने के स्थानों पर बिजली-पानी समेत अन्य सभी आवश्यक व्यवस्थाओं के समुचित प्रबंध किए जाएंगे। इसके अलावा मेले में स्वच्छता, बाल एवं महिला कल्याण, नशा निवारण, स्वीप गतिविधियों, मताधिकार के प्रयोग, सुखाश्रय योजना व बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ समेत अन्य कल्याणकारी योजनाओं पर जन जागृति के लिए इनका व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाएगा। 

उपसमितियों को आयोजन की रूपरेखा को अंतिम रूप देने के निर्देश
डीसी ने मेले के आयोजन को लेकर गठित सभी उपसमितियों को शीघ्र अपनी बैठकें करके आयोजन की रूपरेखा को अंतिम रूप देने के निर्देश दिए तथा मेले के दौरान पड्डल समेत पूरे शहर में स्वच्छता व्यवस्था का विशेष ध्यान रखने को कहा। डीसी ने यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि सिंगल यूज प्लास्टिक का प्रयोग न हो। दुकानदारों को गीला तथा सूखा कचरा अलग रखने को लेकर जागरूक करें तथा स्थान चिन्हित करके पर्याप्त संख्या में कूड़ेदान लगवाएं। उन्होंने कहा कि खेल प्रतियोगिता में मैदानी स्पर्धाओं पर फोकस किया जाएगा। बैठक में एडीसी रोहित राठौर, एडीएम डाॅ. मदन कुमार, नगर निगम आयुक्त एचएस राणा व जिला स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. दिनेश ठाकुर सहित विभिन्न विभागों के जिला स्तर के अधिकारी उपस्थित रहे।

सजाए जाएंगे मुख्य द्वार और मंदिर
डीसी ने महोत्सव के लिए मंडी शहर तथा मंदिरों की विशेष साज-सज्जा करने को कहा। उन्होंने कहा कि सभी कार्यालय भवन तथा मंदिर उत्सव के रंग में खिलेंगे तथा शहर के मुख्य द्वारों, पुलों, भवनों व मंदिरों में विशेष लाइटिंग व सजावट की जाएगी। इसके अलावा मेले में जिले के स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों के प्रचार-प्रसार पर भी बल रहेगा तथा इन उत्पादों की विशेष पैकेजिंग करके मेहमानों को भेंट किया जाएगा। शिवरात्रि मेले के दौरान ही शहर में सरस मेला भी होगा जिसमें लोगों को विभिन्न राज्यों के पारंपरिक उत्पाद उपलब्ध होंगे।
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Content Writer

Vijay