मैडीकल ऑफिसर एसोसिशन पहुंची सरकार के द्वार, जानिए किन मुद्दों पर की चर्चा

Friday, Sep 27, 2019 - 05:06 PM (IST)

शिमला (योगराज): प्रदेश मैडीकल ऑफिसर एसोसिशन ने सरकार से चम्बा मैडीकल कॉलेज चलाने में पेश आ रही दिक्कतों सहित करीब आधा दर्जन बिंदुओं पर चर्चा की है। एसोसिशन का प्रतिनिधिमंडल बीते दिन इस संबंध में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर सहित, मुख्य सचिव डॉ. श्रीकांत बाल्दी, एसीएस स्वास्थ्य आरडी धीमान से मिला। एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. जीवानंद का कहना है कि चम्बा मैडीकल कॉलेज में बतौर सहायक प्रोफैसर तैनाती में ढील देने के लिए सरकार ने हामी भरी है। इसके तहत सहायक प्रोफैसर बनने के लिए 3 की बजाय 1 साल सीनियर रैजीडैंटशिप की शर्त मानी जाएगी। उन्होंने सरकार से मांग की कि सभी मैडीकल कॉलेज में इन शर्तों को माना जाए जोकि एमसीआई के दिशा-निर्देशों के अनुरूप भी है। वहीं डॉक्टरों के एमडी और एमसीएच के लिए 4 साल के स्वास्थ्य संस्थानों में सेवाकाल में भी शर्त को 1 साल करने के लिए सरकार राजी हो गई है। इससे प्रदेश में तैनात हजारों डॉक्टरों को फायदा मिलेगा, साथ ही प्रदेश में सुपर स्पैशयलिटी डॉक्टरों की कमी भी दूर हो जाएगी।

रिटायरमैंट के बाद न दिया जाए सेवा विस्तार

इसके अलावा आरडीए के स्टीफंड को केंद्रीय स्तर पर यूनिफार्म करने और पीजी अलाऊंस को बढ़ाने पर भी सरकार ने सहमति जताई है। वहीं सरकार ने डॉक्टरों की सेवानिवृत आयु 65 से 70 साल करने के मुद्दे को टाल दिया है। एसोसिशन ने मांग की है कि रिटायरमैंट के बाद किसी भी तरह का सेवा विस्तार न दिया जाए ताकि अन्य लोगों की पदोन्नति पर इसका असर न पड़े। इस पर भी सरकार ने अपनी सहमति जताई है। मैडीकल कॉलेज में अनुबंध पर तैनात फैकल्टी को लोक सेवा आयोग या डीपीसी से नियमित किए जाने पर सहमति जताई गई है। जो कमीशन पास असिस्टैंट और एसोसिएट प्रोफैसर मैडीकल कॉलेज में तैनात किए गए हैं, जिनकी आवश्यक योग्यता पूरी नहीं है, सरकार उनकी तैनाती नहीं करेगी।

इन्होंने जताया सरकार का आभार

मुख्यमंत्री ने इस संबंध में अधिकारियों को उचित दिशा-निर्देश भी जारी किए हैं। चर्चा के बाद मैडीकल ऑफिसर एसोसिएश की कार्यकारिणी के डॉ. अनुपम बदन, डॉ. विशाल जम्वाल और डॉ. राजेश राणा सहित आरडीए अध्यक्ष नेरचौक डॉ. अश्वनि कुमार ने सरकार से विभिन्न मुद्दों पर गंभीरता दिखाने के लिए आभार जताया।

Vijay