Chamba: रैफरल बना मैडीकल कालेज, निजी लैब में करवाने पड़ रहे टैस्ट

punjabkesari.in Thursday, Apr 17, 2025 - 04:15 PM (IST)

चम्बा  (रणवीर): मैडीकल कालेज चम्बा में करोड़ों रुपए की मशीनरी (एमआरआई, सीटी स्कैन) विशेषज्ञों के पद खाली रहने की वजह से धूल फांक रही है। चम्बा जिले की 6 लाख से अधिक आबादी के लिए स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवा रहे पंडित जवाहर लाल नेहरू मैडीकल कालेज चम्बा में इलाज के लिए पहुंच रहे मरीजों का मर्ज कम होने की बजाय बढ़ता जा रहा है। चिकित्सकों व आधारभूत ढांचे के बिना चल रहे मैडीकल कालेज चम्बा में स्वास्थ्य लाभ के लिए पहुंच रहे मरीजों की न तो समय पर जांच हो रही है और न ही उन्हें बेहतर उपचार मिल रहा है।

यह बात चम्बा प्रोग्रैसिव काऊंसिल की मासिक बैठक की अध्यक्षता करते हुए अध्यक्ष चंद्र सहगल ने कही। उन्होंने बताया कि गंभीर बीमारी से पीड़ित मरीजों व किसी घटना में घायल हुए आपात प्राथमिक उपचार के बाद राजेंद्र प्रसाद मैडीकल कालेज टांडा और आईजीएमसी शिमला लिए रैफर किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि मैडीकल कालेज चम्बा में स्वास्थ्य सुविधाएं सही न मिलने के कारण यह रैफरल होकर रह गया है। मैडीकल कालेज अस्पताल में 250 से 300 मरीज दाखिल रहते हैं। बैड क्षमता कम होने से एक बैड पर 2-2 मरीजों का इलाज किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि व्हीलचेयर व स्ट्रेचर भी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध नहीं हैं। जो हैं वे भी सही हालत में नही हैं। इन पर मरीजों को ले जाना मुश्किल हो रहा है।

उन्होंने बताया कि लैब में भी सभी तरह के टैस्टों की सुविधा नहीं मिलती है। लोगों को निजी लैब में जाकर टैस्ट करवाने पड़ रहे हैं। उन्होंने बताया कि विश्वसनीय सूत्रों से पता चला है कि डाक्टरों की मांग पर ही करोड़ों रुपए की दवाइयां खरीदी जाती हैं फिर जानबूझकर बाजार की दवाइयां क्यों लिखी जाती हैं इसकी गहन छानबीन की जाए।

 


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Vijay

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