27 लाख का घाटा: रिकवरी पूरी नहीं होने पर कटेगा सुपरवाइजरों का वेतन

punjabkesari.in Thursday, Nov 01, 2018 - 10:38 AM (IST)

शिमला (वंदना): राजधानी में सफाई व्यवस्था का जिम्मा संभाल रही सैहब सोसायटी लगातार हर महीने करीबन 27 लाख रुपए से अधिक घाटे में चल रही है। सोसायटी की आमदनी कम है और खर्चा कहीं अधिक, ऐसे में नगर निगम ने सोसायटी के घाटे से पार पाने के लिए अब सैहब सुपरवाइजरों पर नकेल कसनी शुरू कर दी है। नगर निगम ने स्पष्ट किया है कि यदि सुपरवाइजर जितनी गाबरेज फीस की कलैक्शन करेगा, उसी के मुताबिक सुपरवाइजर को हर महीने वेतन जारी किया जाएगा, यानि सुपरवाइजर की परफॉर्मैंस के हिसाब से ही एम.सी. अब इन्हें सैलरी देगा। 

सोसायटी का हर महीने सैलरी पर 47 लाख रुपए का खर्चा आता है, जबकि गारबेज से रिकवरी सिर्फ 20 लाख रुपए ही हो रही है। हर महीने कलैक्शन का ग्राफ गिरता जा रहा है, जिससे निगम को सोसायटी चलाना मुश्किल हो गया है। ऐसे में प्रशासन ने अब सैहब कर्मचारियों पर शिकंजा कस दिया है। कर्मचारियों को परफॉर्मैंस के हिसाब से अब सैलरी मिलेगी। हालांकि इस महीने का वेतन जारी करने के लिए प्रशासन ने एम.सी. फंड से सोसायटी को करीब 38 लाख रुपए की वैकल्पिक ग्रांट जारी की है। इसे बाद में गारबेज फीस की रिकवरी होने के बाद रिफंड कर दिया जाएगा। 

हर महीने कम हो रही कलैक्शन
डोर टू डोर गारबेज कलैक्शन शुल्क की रिकवरी का ग्राफ हर महीने गिरता जा रहा है। पिछले लंबे समय से सैहब सोसायटी अपने वेतन का खर्चा भी कलैक्शन फीस से नहीं निकाल पा रहा है, जिससे लगातार घाटा बढ़ता जा रहा है, जिसका खमियाजा यह है कि निगम सैहब कर्मचारियों के ई.पी.एफ., ई.एस.आई. का भुगतान समय पर नहीं कर पा रहा है, जिससे निगम को कई बार नोटिस जारी हो चुके हैं। 

सुपरवाइजर कर चुके हैं लाखों का घोटाला
गाबरेज कलैक्शन फीस में सैहब सुपरवाइजर बीते दिनों लाखों रुपए का घोटाला भी कर चुके हैं, जिसके चलते निगम ने दोषी सुपरवाइजरों के खिलाफ जांच बिठाई थी। प्रशासन ने खुद माना था कि गारबेज कलैक्शन में लाखों रुपए का घोटाला हुआ है, जिस पर सुपरवाइजरों से रिकवरी के आदेश दिए गए थे। ऐसे में अब प्रशासन ने सैहब कर्मचारियों पर नकेल कसनी शुरू कर दी है, ताकि रिकवरी को पूरा किया जा सके और सोसायटी का घाटा खत्म हो सके।

बेहतरीन रिकवरी पर निगम देगा इनाम
गाबरेज कलैक्शन फीस रिकवरी पूरी करने पर निगम ने सुपरवाइजरों को ईनाम देने की घोषणा भी की है। प्रशासन ने साफ कहा है कि जो सुपरवाइजर 95 फीसदी रिकवरी करेगा, उसे 800 रुपए, जो 90 से 95 प्रतिशत के बीच करेगा, उसे 400 रुपए तथा जो 60 से 70 फीसदी तक गारबेज फीस रिकवरी करेगा, उसका वेतन भी 70 फीसदी ही दिया जाएगा, बाकी वेतन रिकवरी पूरी करने पर ही दिया जाएगा।


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Ekta

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