23 वीं सूत्रधार होली संध्या में स्थानीय युवा कलाकारों ने मचाया धमाल

punjabkesari.in Monday, Mar 22, 2021 - 12:21 PM (IST)

कुल्लू (दिलीप) : कुल्लू जिला मुख्यालय में स्थित देवसदन के सभागार  में 23 वी सूत्रधार होली संध्या धूमधाम से मनाई। इस अवसर पर ट्रक यूनियन के अध्यक्ष होमेंद्र महंत ने बतौर मुख्यतिथि शिरकत की। संस्था के अध्यक्ष दिनेश सेन ने होमेंद्र महंत को कुल्लवी शॉल, टोपी व स्मृति चिंह भेंट कर स्वागत किया। सांस्कृतिक संध्या में सूत्रधार के कलाकारों ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुति देकर दर्शकों का खूब मनोरंजन किया। जिसमें टविंकल ने मैं न खेलती थी श्याम से,पल्लवी मोहे मार गए पिचकारी ने ,खूशवू होले रे रौंग बाजे ढोले से ताले और तेरे मथुरा जोगन बनाई जीवन ने सुंदर नार अटार खड़ी वो गोलिया मोर भर भर के,संजय तू बवंरी बनाआई ,राग काफी की धूनों से श्रोताओं को मुत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम में सामूहिक गानों की  जीवन, संजय, मोहित सन्नी पल्लवी करिश्मा धनबंती, अन्य कलाकारों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। लाल सिंह ने नौऊई चिंडी जैबे बूटी न,कार्यक्रम में रात करीब 10 बजे तक सांस्कृतिक संध्या का आयोजन चलता रहा जिसमें दोद र्जन कलाकारों ने भाग लेकर अपनी प्रस्तुति दी। 

सूत्रधार कला संगम के अध्यक्ष दिनेश सेन ने बताया भगवान रघुनाथ के कुल्लू आगमन के बाद होली के त्यौहार को यहां के बैरागी समुदाय के लोग एक माह तक जगह जगह होली गीत गाकर इस उत्सव को मनाते थे और आज भी कुल्लू घाटी में वसंत उत्सव के साथ 40 दिन पहले वृंदावन मथुरा की तर्ज पर पारंपारिक होली गीत गाये जाते है। उन्होंने कहा कि सूत्रधार कला संगम पिछले 23 बर्षो से होली संध्या का आयोजन कर रहा है जिससे इस मंच के माध्यम से लोक संस्कृति संरक्षण संबर्धन के लिए प्रयास कर रहा है। उन्होंने कहाकि होली संध्या में सूत्रधार कला संगम स्थानीय कलाकारों ने होली गायन से दर्शकों का खूब मनोरंजन किया। उन्होंने कहा कि कुल्लू जिला के सभी लोगों योगदान है। उन्होंने कहा कि 93 वर्ष उम्र में ज्ञानेंद्र कपूर ने रजना कुल्लवी होली गायन से युवा कलाकारों के मार्गदशन करते है। संस्था के सभी सदस्यों के सामूहिक प्रयासों से संस्कृति के सरंक्षण के लिए प्रयास कर रहे है। उन्होंने कहा कि प्रशासन सरकार के सहयोग से सूत्रधार कला संगम बखूबी अपना दायित्व निभा रहे है और युवा कलाकारों को एक मंच प्रदान कर संस्कृति के संरक्षण के लिए निरंतर आगे बढ़ रहे है। 

स्थानीय कलाकार पल्लवी शर्मा ने बताया कि सूत्रधार कला संगम के द्वारा हर साल होली संध्या का आयोजन किया गया है। उन्होंने कहा कि सूत्रधार कला संगम संस्कृति के संरक्षण सर्बधन के लिए पिछले 44 वर्षो से प्रशिक्षु कलाकारों को मंच देकर संस्कृति को संजोने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि युवा कलाकार पारंपारिक होली गीत गायन किया जाता है। गुरू राम कपूर की रचना पारंपारिक होली गायन उनके सामने प्रस्तुत करना हमारे लिए खुशी का क्षण है। सूत्रधार कला संगम में युवा पीढ़ी भी को पांरपारिक संस्कृति संजाने का प्रयास कर रहे है। होली संध्या के मंच पर स्थानीय कलाकारों ने बेहतरीन प्रस्तुतियां दी है।
 


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Content Writer

prashant sharma

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