ऊना में फर्जी परमिट पर शराब सप्लाई का हुआ भंडाफोड़, ट्रक से 900 पेटी देसी शराब बरामद

punjabkesari.in Saturday, Oct 16, 2021 - 10:33 AM (IST)

ऊना (अमित शर्मा) : सरकारी राजस्व को लाखों रुपये का चूना लगाने वाले शराब माफिया के मंसूबो को ऊना विजिलेंस की टीम ने नाकामयाब कर दिया है। विजिलेंस ऊना की टीम ने ऊना के पुराना होशियारपुर रोड़ पर फर्जी परमिट पर शराब की ढुलाई कर रहे एक ट्रक को पकड़ने में बड़ी सफलता हासिल की है। विजिलेंस की टीम ने ट्रक से 900 पेटी देसी शराब बरामद की है। शुक्रवार देर सांय गश्त के दौरान विजिलेंस की टीम ने ट्रक को पकड़ा था जिसके बाद एक्साइज विभाग की जांच में शराब का परमिट फर्जी पाया गया। विजिलेंस की टीम अब यह जानने में जुटी है कि शराब का इतना बड़ा जखीरा क्या परमिट पर लिखी फैक्ट्री से ही निकला है और परमिट पर लिखे एल13 पर ही उतरना था। वहीं विजिलेंस यह भी छानबीन करेगी कि क्या इससे पहले भी फर्जी परमिट पर ऐसे शराब की सप्लाई होती रही है और शराब माफिया कब से इस तरह सरकारी राजस्व को चपत लगा रहा है। 

स्टेट विजिलेंस एंड एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने फर्जी परमिट के आधार पर अवैध शराब की ढुलाई के गोरखधंधे का भंडाफोड़ किया है। विजिलेंस की टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए फर्जी परमिट के आधार पर ट्रक में सप्लाई की जा रही अवैध शराब की 900 पेटी की बड़ी खेप बरामद की है। वहीं पकड़ी की शराब की बोतल में संख्या देखी जाए तो यह 10800 बोतल बनती है। वहीं मिली लीटर में पकड़ी गई शराब की मात्रा 81 लाख है। विजिलेंस ने ट्रक चालक को हिरासत में लेकर मामले के संबंध में पूछताछ शुरू कर दी है। ट्रक में लदी शराब अवैध देसी शराब बताई जा रही है। हालांकि परमिट के आधार पर माने तो ये जखीरा सिरमौर जिला की एक शराब फैक्ट्री से निकला है और ऊना के एक एल-13 पर जाना था। हालांकि इसके शराब फैक्ट्री से आने और एल 13 ले जाए जाने की सत्यता की जांच में भी विजिलेंस की टीम जुट गई है।

डीएसपी विजिलेंस अनिल मेहता ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि शुक्रवार देर शाम विजिलेंस की टीम जिला मुख्यालय के पुराना होशियारपुर रोड पर गश्त कर रही थी। इसी दौरान एक ट्रक तेज रफ्तार में आता दिखा। चालक की लापरवाही ड्राइविंग के चलते विजिलेंस की टीम ने उसे रोककर पूछताछ शुरू कर दी। जांच करने पर ट्रक में शराब की बड़ी खेप लदी हुई पाई गई। हालाँकि विजिलेंस टीम द्वारा मांगे जाने पर चालक ने शराब के संबंध में एक परमिट भी दिखाया। लेकिन जब विजिलेंस ने एक्साइज विभाग के अधिकारियों से संपर्क कर उस परमिट की सत्यता की जांच की तो वह फर्जी पाया गया। इस मामले से फर्जी परमिट पर शराब ढुलाई कर सरकारी राजस्व को बड़ा नुकसान लगाए जाने की भी घटना सामने आई है। वहीं प्रदेश में शराब माफिया के बड़े स्तर पर सक्रिय होने का भी खुलासा हुआ है। डीएसपी अनिल मेहता का कहना है कि विजिलेंस की टीम ने ट्रक चालक को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।
 


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prashant sharma

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