Kangra: पौंग झील में भू-माफिया का आतंक, मां-बेटी को दी ट्रैक्टर से कुचलने की धमकी
punjabkesari.in Sunday, Nov 23, 2025 - 12:20 PM (IST)
नगरोटा सूरियां (नंदपुरी): बर्ड सैंक्चुरी घोषित पौंग झील में सर्वोच्च न्यायालय के आदेशों की सरेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। एक तरफ जहां वन्यप्राणी विभाग के डीएफओ अपनी टीम के साथ झील के बीच स्थित रैन्सर टापू पर सफाई अभियान में व्यस्त हैं, वहीं दूसरी तरफ भू-माफिया झील की खाली जमीन पर धड़ल्ले से अवैध खेती कर रहा है। मामला वन्यप्राणी विभाग की लुदरेट बीट में सामने आया है। यहां स्थानीय निवासी इंदिरा देवी और उनकी बेटी मोनिका ने जब अवैध बिजाई कर रहे एक ट्रैक्टर को रोकने का प्रयास किया, तो उनके साथ धक्का-मुक्की की गई। पीड़ित महिलाओं ने आरोप लगाया कि आरोपियों ने न सिर्फ उनके पालतू पशुओं को चरने से रोका और पीट-पीटकर घायल कर दिया, बल्कि विरोध करने पर उन्हें ट्रैक्टर के नीचे कुचलने की धमकी भी दी। जब संबंधित विभाग ने उनकी शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की तो मजबूरन उन्हें पर्यावरणविद् मिलखी राम शर्मा की शरण लेनी पड़ी।
कार्रवाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति कर रहा विभाग : मिलखी राम
पर्यावरणविद् मिलखी राम शर्मा ने वन्यप्राणी विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि विभाग रसूखदार और साधन संपन्न लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के बजाय महज छोटे-मोटे चालान काटकर अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लेता है। उन्होंने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि ये साधन संपन्न लोग दिन में अवैध खेती करते हैं और रात में विदेशी प्रवासी पक्षियों का शिकार भी करते हैं। अवैध खेती के कारण बेसहारा पशुओं का चारा खत्म हो रहा है और विभाग मेहमान परिंदों की सुरक्षा के लिए कोई पुख्ता इंतजाम नहीं कर रहा है।
इन क्षेत्रों में हाे रही अवैध बिजाई
सूत्रों के अनुसार इन दिनों घाड़जरोट, जरोट, बझेरा, ब्लोहड़, लुदरेट और नन्दपुर के साथ लगती पौंग झील की खाली जमीन पर ट्रैक्टरों से अवैध बिजाई जोरों पर है। सुप्रीम कोर्ट के स्पष्ट निर्देश हैं कि बर्ड सैंक्चुरी होने के कारण यहां किसी भी प्रकार की मानवीय गतिविधि और खेती पर पूर्ण प्रतिबंध है, फिर भी विभाग इसे रोकने में नाकाम साबित हो रहा है।
क्या कहते हैं जिम्मेदार अधिकारी
वन्यप्राणी मंडल हमीरपुर के डीएफओ रेजिगनॉल्ड रॉयस्टन ने बताया कि विभाग की टीम फिलहाल रैन्सर टापू में सफाई अभियान में जुटी है। हालांकि, उन्होंने दावा किया कि इस महीने अवैध खेती करने वाले 14 ट्रैक्टरों के चालान काटकर वन्यप्राणी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने गेंद बीबीएमबी के पाले में डालते हुए कहा कि पौंग डैम की जमीन बीबीएमबी के अधीन है, इसलिए कठोर कार्रवाई का अधिकार उन्हीं के पास है। उधर, बीबीएमबी के अधिशासी अभियंता विनय ने कहा कि विभाग लगातार अनाऊंसमैंट के जरिए लोगों को जागरूक करता है और अवैध खेती रोकने के लिए कार्रवाई भी की जाती है।

