गणपति बप्पा मोरणा से गूंजी घाटी, धूमधाम से हुआ आगमन

punjabkesari.in Monday, Sep 02, 2019 - 04:04 PM (IST)

कुल्लू (दिलीप) : पूरे देश में गणेश चतुर्थी का उत्सव बड़े धूमधाम के साथ शुरू हो गया है। वहीं देवभूमि कुल्लू में भी गणेश चतुर्थी का उत्सव जोर-शोर से मनाया जा रहा है। कुल्लू शहर में रामशीला व ढालपुर हनुमान मंदिर के साथ भुंतर मणिकर्ण चौक में गणेश मूर्ति की स्थापना की गई है।साथ ही लोगों ने घर घर में भगवान गणेश की मुर्ति की स्थापित की है जिससे देवभूमि में लोगों ने गणपति भगवान की पूजा अर्चना के साथ अगले दस दिनों तक गणपति भगवान की पूर्जा अर्चना कर माहौल भक्तिमय हो गया है।
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कुल्लू जिला में एकमात्र मुर्ति कारीगर डूंगा राम ने कहा कि वह 23 वर्षों से हर साल गणेश जी की मूर्तियां तैयार करते हैं और इस बार भी उन्होंने ने काफी सारी मूर्तियां तैयार की हैं जो चॉक मिटटी और खड़िया मिटटी से बनाई जाती है।यह मूर्तियां इको फ्रेडली होती है और इन्हें पानी में विर्सजन से जीव जंतुओं को कोई नुक्सान नहीं होता है। डंगा राम ने कहा कि हम साल भर गणेश चतुर्थी का इंतजार करते हैं क्योंकि वह इन्हीं मूर्तियों को बेचकर आपने परिवार का पेट पालते हैं।
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उन्होंने कहा कि कुछ सालों तक मुर्तियां की खरीदारी बहुत कम लोग करते थे और अब पिछले 8 से 10 दस सालों में कुल्लू के लोग भी गणेश चतुर्थी के त्यौहार में मुर्ति की स्थापना करते है और कई जगह पर बड़े स्तर पर बड़ी मुर्तियां स्थापित कर गणेश भगवान की दस दिनों तक पूजा अर्चना करते है और ग्यारहवें दिन व्यास नदी में मुर्ति विर्सजन किया जाता है।PunjabKesari

श्रद्वालु नैना ने बताया कि वो गणपति की मूर्ति घर ले जाने के लिए मनाली से कुल्लू आई है और पिछले 5 सालों से गणेश चतुर्थी का त्यौहार मना रही है और गणपति के घर में आने से रौनक लगती है और सुबह शाम दो बार पूर्जा अर्चना की जाती है और 11 वें गणपति का विर्सजन किया जाता है।उन्होंने कहाकि गणपति महाराज जी की कृपा सभी पर बनी रहे है और हर साल गणपति महाराज की लोगों के घर में सुखसमृद्वि दें।


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Edited By

Simpy Khanna

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