Kullu: 12 फरवरी को स्वर्ग प्रवास से धरती पर लौटेंगे 400 देवी-देवता
punjabkesari.in Monday, Feb 10, 2025 - 11:46 AM (IST)
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कुल्लू (शम्भू प्रकाश): फाल्गुन मास की संक्रांति को कुल्लू में 400 से अधिक देवी-देवता स्वर्ग प्रवास से धरती पर लौटेंगे। इसी के साथ देवालयों के कपाट भी खुल जाएंगे। लोग देवालयों में जाकर अपने आराध्य के दर्शन कर सकेंगे और आशीर्वाद ले सकेंगे। देवी-देवताओं के स्वर्ग प्रवास पर जाने के बाद कई देवालयों के कपाट एक महीने से तो कई दो महीने से बंद हैं। कई देवी-देवता पिछले साल दिसम्बर में पौष मास की संक्रांति को तो कई जनवरी में मकर संक्रांति को स्वर्ग प्रवास पर गए हैं। फाल्गुन मास की संक्रांति को देवालयों के कपाट खुलते ही देवी-देवता धरती पर लौटेंगे और अपने गुरों के माध्यम से देवी-देवता वर्ष भर के लिए भविष्यवाणी भी करेंगे।
वर्ष भर की फसल, प्राकृतिक आपदाओं व बातों को लेकर बताएंगे और लोगों को आशीर्वाद देंगे। देव-दानव युद्ध में हार-जीत को लेकर भी देवी-देवता अवगत करवाएंगे। देवालयों के कपाट खुलने के बाद लोग देवी-देवताओं को शुभ कारजों के लिए अपने घर भी बुला सकेंगे। घरों में देव कारजों के लिए लोग देव औजारों को भी घर ले जा सकेंगे। दो माह से देव कारज बंद हैं। देवी-देवताओं के स्वर्ग प्रवास से लौटते ही देव कारज शुरू होंगे।
इन दिनों देवालयों के परिसर में भी शोर मचाने और रेडियो आदि चलाने पर प्रतिबंध है। 12 फरवरी के बाद यह प्रतिबंध हट जाएंगे। विभिन्न मंदिरों में अलग-अलग तरीके से देव विधि के अनुसार भविष्य फल बताने की परंपरा है। देवलू लूदर चंद, ओम प्रकाश, नंद लाल, कुंदन, हीरा लाल ठाकुर, रमेश कुमार, टेक चंद, केहर चंद आदि ने कहा कि घरों में विवाह-शादी या यज्ञ आदि हो तो देवालय से घंटी के तौर पर लोग देव औजार को घर ले जाते हैं। देवालयों के कपाट बंद होने के चलते ऐसा नहीं किया जा सकता। 12 फरवरी के बाद देवालय खुलेंगे और देव कारज शुरू होने के साथ लोग देव औजारों को भी घर में बुलवा सकेंगे।
अध्यक्ष जिला देवी-देवता कारदार संघ दोत राम ठाकुर का कहना है कि देवालय फाल्गुन मास की संक्रांति को खुलेंगे और लोग देवी-देवताओं के दर्शन देवालयों में जाकर कर सकेंगे। उसी दिन देवालयों के कपाट खुलेंगे और देवता गुरों के माध्यम से भविष्य फल भी बताएंगे।