Kullu: अठारह करडू देवी-देवताओं के विवादों का न्याय करते हैं छमाहणी नारायण

punjabkesari.in Monday, Oct 14, 2024 - 04:13 PM (IST)

कुल्लू (गौरीशंकर): देवभूमि में देवी देवताओं और मानवों में आपसी विवाद का न्याय करने वाले देवता भी मौजूद हैं। सैंकड़ों देवी-देवताओं की जिला कुल्लू की मणिकर्ण घाटी में अठारह करडू के पंच विराजमान हैं, जो छमाहणी नारायण (विष्णु) के नाम से प्रसिद्ध हैं। विष्णु अवतार छमाहणी नारायण देवी-देवताओं के अपसी विवाद को सुझाने के लिए फैसला देने के लिए प्रसिद्ध है और इसके साथ-साथ मानव के विवादों का भी फैसला देते हैं।

लिहाजा, अक्सर जब देवी देवताओं के बीच आपसी विवाद पनपता है तो हारियान छमाहणी नारायण के पास आते हैं और नारायण की सभा में मामले को रखा जा ता है। उसके बाद पूरी न्यायिक प्रक्रिया के माध्यम से वह देवी देवताओं के विवादों की पंची करते हैं। दोनों पक्षों को सुना जाता है और उसके बाद नारायण का गुर अपनी वाणी से न्याय देता है और उसके बाद दिया गया न्याय दोनों पक्षों को मान्य होता है। जबकि इंसानों के लिए भी यही पैमाना फिट बैठता है। ऐसे में इंसानों की लड़ाई में भी देवता के द्वारा दिया गया फैसला दोनों पक्षों को मान्य होता है।

दशहरा में आने की रिवायत निभा रहे हैं
छमाहणी नारायण सदियों से कुल्लू दशहरा उत्सव में आने की रिवायत निभा रहे हैं। देवता के हारियानों की माने तो वह सदियों से इस परंपरा का निर्वाहन कर रहे हैं। पहले हमारे बुजूर्ग देवता को लेकर कुल्लू दशहरा उत्सव में आया करते थे और अब हम उस रिवायत को निभा रहे हैं। आने वाली पीढी भी रिवायत को निभाती रहे इसके लिए युवाओं को भी तैयार किया जा रहा है।


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Kuldeep

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