''अब नहीं रहना चाहती साथ'': हिमाचल में नन्ही बच्ची ने माता-पिता के झगड़े से तंग आकर 1098 पर किया फोन
punjabkesari.in Tuesday, Oct 28, 2025 - 09:49 AM (IST)
हिमाचल डेस्क। बिलासपुर जिले के भराड़ी इलाके में एक भावनात्मक और अनूठा मामला सामने आया है, जिसने समाज को बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य पर सोचने को मजबूर कर दिया है। जहाँ एक दस वर्षीय बालिका ने अपने माता-पिता के साथ रहने से साफ इंकार कर दिया है।
यह मामला तब प्रकाश में आया जब इस बच्ची ने हिम्मत दिखाते हुए चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर 1098 पर खुद फोन किया। बच्ची ने शिकायत में कहा कि वह अपने घर के रोज़-रोज़ के कलह, माता-पिता की मारपीट और प्रताड़ना से त्रस्त है, और अब वह उनके साथ बिल्कुल भी नहीं रह सकती।
बच्ची ने बयां किया दिल का हाल
बालिका ने महिला एवं बाल विकास विभाग को बताया कि उसके घर में अक्सर तनाव का माहौल रहता है, और उसके माता-पिता उसे मामूली बातों पर भी मारते-पीटते और डांटते रहते हैं। इस मानसिक पीड़ा से मुक्ति पाने के लिए ही उसने यह सख्त कदम उठाया।
शिकायत की गंभीरता को देखते हुए, विभाग ने तुरंत भराड़ी पुलिस को सूचना दी। पुलिसकर्मी, महिला कांस्टेबल के साथ बच्ची के घर पहुंचे और परिवार के सदस्यों से पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली।
पुलिस की चेतावनी, बच्ची की 'अटूट जिद्द'
मौके पर मौजूद पुलिस टीम ने बच्ची के माता-पिता को सख्त चेतावनी दी कि भविष्य में वे बच्ची के साथ किसी भी तरह की हिंसा या डांट-फटकार का व्यवहार न करें। उन्होंने बच्ची को यह कहकर समझाने का प्रयास भी किया कि अब उसके माता-पिता अच्छे से पेश आएंगे, लेकिन बच्ची अपनी बात पर दृढ़ रही। उसने साफ लफ्जों में उनके साथ रहने से मना कर दिया।
पंचायत प्रतिनिधियों को भी बुलाया गया, जिन्होंने छह घंटे से अधिक समय तक, बच्ची को मनाने की कोशिश की, लेकिन वह अपनी 'आज़ादी की मांग' पर अटल रही। अंततः, महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर बच्ची को अपने सुरक्षित संरक्षण में ले लिया।
पुलिस उपाधीक्षक विशाल वर्मा ने इस घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि बालिका को फिलहाल विभाग के सुपुर्द कर दिया गया है, जो अब पूरे मामले की गहन जांच कर उचित कार्रवाई करेगा। बच्ची का एक छोटा भाई और दादी भी परिवार में हैं।

