सैकड़ों बेरोजगार शिक्षक मायूस, नौकरी के लिए अब फिर पास करनी होगी टैट परीक्षा

punjabkesari.in Monday, Jul 23, 2018 - 01:22 PM (IST)

शिमला (प्रीति): प्रदेश में शिक्षक बनने के लिए हर साल सैकड़ों बेरोजगार टैट यानि शिक्षक पात्रता परीक्षा पास करते हैं लेकिन सालों बाद भी नौकरी के लिए उनका नम्बर नहीं आ रहा है, ऐसे में टैट पास करने के सात साल बाद शिक्षकों की टैट की वैधता भी समाप्त हो गई है। इस दौरान सरकार टी.जी.टी. के एक हजार से ज्यादा शिक्षकों के पद भरने जा रही है, इसमें वर्ष 2011-12 में टैट पास करने वाले अभ्यर्थी पात्र नहीं होंगे। सरकार द्वारा शुरू की गई टी.जी.टी.भर्ती प्रक्रिया में उक्त शिक्षक शामिल नहीं हो सकेंगे। वैधता समाप्त होने के बाद उन्हें अब दोबारा से टैट की परीक्षा देनी होगी। जो शिक्षक बैच वाइज भर्ती का इंतजार कर रहे थे, टैट की वैधता समाप्त होने के बाद अब वे इस मौके से वंचित रह जाएंगे।


टी.जी.टी. के  भरे जा रहे 1036 पद 
सरकार इस दौरान स्कूलों में टी.जी.टी. के 1036 पद भरने जा रही है। ये पद बैचवाइज और सीधी भर्ती से भरे जा रहे हैं। विभाग ने सभी जिलों को इस माह के अंत तक टी.जी.टी. के बैचवाइजों पदों पर भर्ती प्रक्रिया पूरी करने के आदेश दिए हैं ताकि अगस्त माह के पहले सप्ताह में शिक्षकों के तैनाती आदेश जारी किए जा सकें। इस दौरान विभाग 63 प्रतिशत पद सीधी भर्ती व पदोन्नति से भरेगी। इसको लेकर भी विभाग ने प्रक्रिया शुरू कर दी है, ऐसे में जो शिक्षक पिछले सात-आठ सालों से नौकरी का इंतजार कर रहे थे,  टैट की वैधता समाप्त होने सेे अब उनका ये इंतजार और भी लंबा हो गया है।


10 साल की जाए टैट की वैधता अवधि
टैट की वैधता अवधि को 10 साल करने की मांग उठाई जा रही है। पूर्व उपनिदेशक शिक्षा विभाग जीवन शर्मा का कहना है कि टैट की ये वैधता अवधि या तो 10 साल की जाए या इसे वन टाइम ही किया जाए, ताकि बेरोजगार शिक्षकों के साथ कोई छल न हो। उनका कहना है कि टी.जी.टी. आर्ट्स की भर्ती में अभी 2000-01 का बैच चल रहा है। दूसरे विषयों में भी यही आलम है। इतना लंबा इंतजार करने के बाद भी शिक्षकों का नम्बर नहीं आ रहा है और दूसरी तरफ उनकी टैट की वैद्यता समाप्त हो रही है, ऐसे में सरकार को इसकी वैधता अवधि को बढ़ाना चाहिए।


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Ekta

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