खणेई में भू-स्खलन की चपेट में आया मकान, भांदल स्कूल में घुसा मलबा

punjabkesari.in Thursday, Feb 21, 2019 - 07:41 PM (IST)

सलूणी: बुधवार से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश से सलूणी उपमंडल के दायरे में आने वाले गांव खणेई में एक व्यक्ति का मकान भू-स्खलन की जद्द में आ गया तो वहीं  वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला भांदल में भी भू-स्खलन ने तबाही मचाई। जानकरी के अनुसार उपमंडल की ग्राम पंचायत भांदल के गांव खणेई निवासी प्रेम लाल पुत्र बलदेव के 6 कमरों का मकान भू-स्खलन की चपेट में आ गया। भारी मात्रा में मलबा आने की वजह से मकान की दीवारें उसे अधिक देर तक झेल नहीं पाईं। राहत की बात यह रही कि इस घटना में किसी प्रकार का जानी नुक्सान नहीं हुआ है क्योंकि जब यह घटना घटी तो उस समय उक्त प्रभावित परिवार अपने पुराने मकान में पनाह लिए हुए था। इस घटना की सूचना एस.डी.एम. सलूणी विजय कुमार धीमान को दी गई। सूचना मिलने पर एस.डी.एम. ने संबंधित क्षेत्र के पटवारी को मौके पर जाकर रिपोर्ट तैयार करके पेश करने के निर्देश जारी किए।

स्कूल भवन के कमरों में घुसा मलबा

वहीं दूसरी ओर वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला भांदल के भवन पर के पीछे हुए भू-स्खलन का मलबा स्कूल भवन के कमरों मेंं घुस गया, जिससे स्कूल भवन को खतरा पैदा हो गया है। बताया जा रहा है कि जब स्कूल के भीतर मलबा घुसा तो उस समय स्कूल में बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे थे, ऐसे में खुद को मुसीबत में देखकर बच्चे पूरी तरह से घबरा गए लेकिन अध्यापकों ने बच्चों को हिम्मत रखने के लिए प्रेरित किया। जैसे ही इस बारे बच्चों के अभिभावकों को जानकारी मिली तो वे सभी स्कूल की तरफ भागे। मौसम के मिजाज व पैदा हुई स्थिति को देखते हुए अभिभावकों ने अपने बच्चों को घर ले जाने में बेहतरी समझी।

स्कूल में अप्रिय घटना से हुआ बचाव

पाठशाला भांदल के प्रधानाचार्य निर्मल सिंह पठानिया ने कहा कि यह बात सही है कि स्कूल में मलबा आने की वजह से स्थिति चिंताजनक बन गई थी लेकिन राहत की बात यह रही है किसी प्रकार की कोई अप्रिय घटना नहीं घटी। अभिभावकों के आग्रह पर बच्चों को छुट्टी दे दी गई।

एस.डी.एम.ने फील्ड कर्मचारी को जारी किए निर्देश

एस.डी.एम. सलूणी विजय कुमार धीमान ने बताया कि गांव खणेई मेंं मकान क्षतिग्रस्त होने व भांदल स्कूल पर भू-स्खलन से मलबा आने बारे फील्ड कर्मचारी को निर्देश दिए हैं कि मौके का जायजा लेकर स्थिति से कार्यालय को अवगत करवाए ताकि उन्हें प्रशासन की ओर से आर्थिक राहत दी जा सके।


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Vijay

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