प्राकृतिक आपदाओं से हुए नुक्सान पर हिमाचल ने मांगे 374 करोड़

Friday, Jun 14, 2019 - 11:03 PM (IST)

शिमला: सर्दियों के दौरान भारी बर्फबारी, हिमस्खलन, भू-स्खलन और भारी वर्षा से हुए नुक्सान की भरपाई के लिए प्रदेश सरकार ने केंद्र से 374 करोड़ रुपए की मदद मांगी है। सरकार की तरफ से यह मांग प्रदेश के 3 दिवसीय दौरे पर पहुंची केंद्रीय टीम से उठाई गई है। प्रदेश में हुए नुक्सान का जायजा लेने आई केंद्रीय टीम (आई.एम.सी.टी.) के सदस्यों की मुख्य सचिव बी.के. अग्रवाल के साथ बैठक हुई। बैठक में सरकार की तरफ से बताया गया कि सर्दियों के मौसम में राज्य में भारी बर्फ बारी, हिमस्खलन, भू-स्खलन, ओलावृष्टि और भारी वर्षा के कारण भारी जानमाल का नुक्सान हुआ है। प्रदेश में हुए 374.21 करोड़ रुपए के नुक्सान के संबंध में राज्य सरकार ने केंद्र सरकार को ज्ञापन सौंपा है।

केंद्रीय टीम ने 4 जिलों में लिया नुक्सान का जायजा

आई.एम.सी.टी. के संयुक्त सचिव स्वतंत्रता सेनानी पुनर्वास विभाग के के.बी. सिंह ने शिमला, चम्बा, कुल्लू तथा मंडी जिला में हुए नुक्सान का जायजा लिया। आई.एम.सी.टी. के अन्य सदस्यों, जिनमें निदेशक बागवानी डा. एम.एन. सिंह, निदेशक (व्यय) एस.सी. मीना तथा उपनिदेशक (ग्रामीण विकास मंत्रालय) ने एस.एस. मोदी, निदेशक केंद्रीय जल आयोग ओ.पी. गुप्ता सिंह, उपनिदेशक ऊर्जा ओ.पी. सुमन व क्षेत्रीय अधिकारी सड़क, परिवहन एवं उच्च मार्ग विपनेश शर्मा ने नुक्सान का जायजा लिया।

बिजली विभाग में 51.17 करोड़ रुपए का नुक्सान 

निदेशक एवं विशेष सचिव, हिमाचल प्रदेश आपदा प्रबंधन प्राधिकरण डी.सी. राणा ने प्रदेश में हुए नुक्सान का विवरण देते हुए बताया कि राज्य में बागवानी एवं कृषि क्षेत्र में 0.54 करोड़, पशुपालन में 0.19 करोड़, मत्स्य पालन में 0.015 करोड़, हाऊसिंग में 10.46 करोड़, सामुदायिक संपत्ति में 2.50 करोड़, वन में 6.78 करोड़, लोक निर्माण विभाग में 242.27 करोड़, सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य में 43.97 करोड़ तथा बिजली विभाग में 51.17 करोड़ रुपए का नुक्सान हुआ है। इसके अतिरिक्त सर्दियों के मौसम में आपदाओं के दौरान जान गंवाने पर 16.32 करोड़ रुपए अनुग्रह राशि के रूप में प्रदान किए गए। बैठक में कई वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद थे।

Vijay