Himachal Cloudburst : बारिश ने मचाई तबाही, दो जिलों में छुट्टियों का ऐलान, बस स्टैंड भी तबाह
punjabkesari.in Thursday, Aug 01, 2024 - 01:30 PM (IST)
शिमला : हिमाचल प्रदेश में हालिया बारिश और बादल फटने की घटनाओं ने बड़े पैमाने पर तबाही मचाई है। आनी के निरमंड क्षेत्र, कुल्लू के मलाणा, मंडी जिले के थलटूखोड़, और चंबा जिले में बादल फटने के कारण कई मकान, स्कूल और अस्पताल क्षतिग्रस्त हो गए हैं। विभिन्न स्थानों पर करीब 50 लोग लापता हैं और चार शव बरामद किए गए हैं। मंडी जिले में 35 लोग सुरक्षित बचाए गए हैं। इन घटनाओं के कारण मंडी जिले के पधर क्षेत्र के सभी स्कूल और शिक्षण संस्थान आज बंद कर दिए गए हैं, जबकि कुल्लू में भी सभी शिक्षण संस्थान 2 अगस्त के लिए बंद कर दिए गए हैं।
मंडी के थलटूखोड़ में आधी रात बादल फटने की घटना ने गंभीर नुकसान पहुंचाया है। कई मकान ढह गए हैं और सड़क संपर्क भी ठप हो गया है। थलटूखोड़ पंचायत प्रधान कली राम ने बताया कि तेरंग और राजबन गांव में बादल फटने से तीन घर बह गए हैं। अब तक आठ लोग लापता हैं, दो शव बरामद हुए हैं, और एक व्यक्ति घायल है। मंडी जिला प्रशासन ने रेस्क्यू के लिए एयरफोर्स को अलर्ट किया है और एनडीआरएफ से मदद मांगी है। डीसी अपूर्व देवगन और रेस्क्यू टीमें प्रभावित क्षेत्र के लिए रवाना हो चुकी हैं, लेकिन टूटी सड़कों के कारण राहत कार्यों में कठिनाई आ रही है।
सीएम ने की अमित शाह से बात
मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण करने के लिए शिमला से हेलीकॉप्टर के माध्यम से रवाना हुए हैं। उन्होंने कहा कि 50 लोग लापता हैं और एनडीआरएफ की दो टीमें भी भेजी गई हैं। सीएम ने लोगों से नदी-नालों के किनारे न जाने की अपील की है और एयरफोर्स को भी तैयार रहने का निर्देश दिया है। उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से बात की है और उनसे एनडीआरएफ की दो अतिरिक्त टीमें भेजने का अनुरोध किया है। राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से भी स्थिति पर चर्चा की गई है और केंद्र से आपदा में मदद का आग्रह किया गया है।
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समेज खड्ड के पास बादल फटा, 36 लोग लापता
शिमला-कुल्लू सीमा पर बादल फटने से भी नुकसान हुआ है। निरमंड ब्लॉक के झाकड़ी में समेज खड्ड के पास गुरुवार सुबह बादल फटा, जिससे 36 लोग लापता हो गए हैं। अब तक दो लोगों को सुरक्षित निकाला गया है और दो शव बरामद किए गए हैं। उपायुक्त शिमला अनुपम कश्यप ने राहत कार्यों की शुरुआत की है और एसडीआरएफ की टीम, पुलिस और रेस्क्यू दल घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं। सड़कें बंद होने के कारण रेस्क्यू टीम को पैदल ही घटनास्थल तक पहुंचने की कोशिश करनी पड़ रही है। आईटीबीपी और स्पेशल होम गार्ड की टुकड़ी को भी रेस्क्यू कार्य में शामिल किया गया है।
कुल्लू जिले के मलाणा नाले में बादल फटने से मलाणा वन और मलाणा टू पावर प्रोजेक्ट को गंभीर नुकसान हुआ है। पार्वती नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बढ़ गया है। नदी तट पर स्थित क्षेत्रों के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी गई है। व्यास और तीर्थन नदियों का जलस्तर भी बढ़ा हुआ है, और लोगों को नदी-नालों से दूर रहने के लिए कहा गया है।
बागीपुल में बस स्टैंड भी बह गया
कुल्लू जिले के निरमंड क्षेत्र के बागीपुल में 8-10 मकान, पटवार खाना, होटल और दुकानें बह गई हैं। यहां सात से 10 लोग लापता हैं, जिसमें एक ही परिवार के सात लोग शामिल हैं। तहसीलदार और रेस्क्यू टीमें मौके पर हैं और सर्च अभियान चलाया जा रहा है। निरमंड में कई पुल बह गए हैं और अधिकांश सड़कें बंद हैं। बागीपुल में बस स्टैंड भी बह गया है और 15 गाड़ियां पानी में बह गई हैं।
चंबा में आठ गाड़ियां मलबे में दबीं
चंबा जिले के राजनगर क्षेत्र में मूसलधार बारिश ने भारी तबाही मचाई है। बारिश के कारण भरमौर-पठानकोट हाईवे और दो दर्जन अन्य मार्ग पूरी तरह से ठप हो गए हैं। राजनगर में नाले में आई बाढ़ से आठ गाड़ियां मलबे में दब गई हैं और कुछ घरों को भी नुकसान हुआ है।
भारी बारिश के चलते ऐतिहासिक भलेई माता मंदिर को जाने वाले रास्ते पर भी भूस्खलन हुआ है, जिससे मार्ग की स्थिति और भी गंभीर हो गई है। सूचना मिलते ही हाईवे प्रबंधन और लोक निर्माण विभाग के कर्मी तुरंत सक्रिय हो गए हैं और मार्गों को जल्द से जल्द बहाल करने में जुटे हैं। राहत और बचाव कार्य जारी हैं और स्थानीय प्रशासन स्थिति को नियंत्रण में लाने की पूरी कोशिश कर रहा है।
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