Hamirpur: शिक्षा विभाग की बड़ी लापरवाही, दख्योड़ा स्कूल में 60 बच्चों को पढ़ा रहा एक शिक्षक
punjabkesari.in Saturday, Nov 23, 2024 - 12:30 PM (IST)
बिझड़ी, (सुभाष) : प्रदेश में शिक्षा गुणवत्ता को सदृढ़ करने के दावे करने वाला शिक्षा विभाग जिले के प्राथमिक स्कूलों में शिक्षकों की नियुक्ति करने में नाकाम साबित हुआ है। जिला हमीरपुर के शिक्षा खंड बिझड़ी के अंग्रेजों के समय से 1932 में खुले राजकीय प्राथमिक स्कूल दख्योड़ा को शिक्षकों की कमी से जूझना पड़ रहा है।
पिछड़ी पंचायत सठवीं के छोर पर दख्योड़ा में स्तिथ इस प्राथमिक स्कूल में वर्तमान में 60 से ज्यादा छात्र शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं लेकिन विडंबना यह है कि शिक्षा विभाग की लापरवाही से इन छात्रों को पढ़ाने के लिए केवल एक शिक्षक ही तैनात है। ग्रामीणों की बार-बार गुहार के बाद विभाग ने एक जे.बी.टी. महिला शिक्षक को इस स्कूल में तैनाती दी थी और उसने इस स्कूल में ज्वाइन भी कर लिया था, लेकिन महिला अध्यापक ने 29 अगस्त, 2024 को ज्वाइन किया और 21 नवम्बर को संबंधित विभाग के अधिकारियों ने उसे डैपुटेशन पर सरकारी स्कूल झिलारड़ी भेज दिया, जहां पहले से ही 2 शिक्षक सेवाएं दे रहे हैं। ऐसा भी नहीं है कि उक्त स्कूल में छात्रों की संख्या ज्यादा है जिस कारण से डैपुटेशन किया गया है। इस स्कूल में 5 कक्षाओं में मात्र 29 बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं।
इस प्रतिनियुक्ति के विरोध में अभिभावकों का प्रतिनिधिमंडल प्राथमिक खंड शिक्षा अधिकारी बिझड़ी कार्यालय में अपनी फरियाद लेकर पहुंचा लेकिन विडंबना देखिए कि बिझड़ी खंड शिक्षा अधिकारी का भी तबादला हो गया है। उनकी जगह नए अधिकारी ने ज्वाइन किया है। स्कूल प्रबंधन समिति दख्योड़ा की प्रधान कमलेश कुमारी, सदस्यों सुषमा देवी, मनीता पठानिया, बनीता देवी व सपना कुमारी सहित बच्चों के अभिभावकों ने विभाग व सरकार से स्कूल में शिक्षकों की तैनाती की गुहार लगाई है।
डैपुटेशन गलत हुआ होगा तो रद्द करेंगे
इस सन्दर्भ में उपनिदेशक प्रारंभिक शिक्षा हमीरपुर अशोक कुमार से शिक्षिका के डैपुटेशन के बारे में जानना चाहा तो उन्होंने बताया कि मैं संबंधित विभाग की मीटिंग के लिए शिमला गया हूं। इस मामले में कार्यालय आकर ही कुछ बता सकता हूं। यदि डैपुटेशन गलत हुआ होगा तो उसे रद्द कर दिया जाएगा।