Himachal: कांग्रेस सरकार खस्ताहाल, केंद्र की योजनाओं के भरोसे प्रदेश : अनुराग
punjabkesari.in Saturday, Oct 05, 2024 - 07:02 PM (IST)
हमीरपुर (राजीव): पूर्व केंद्रीय मंत्री व हमीरपुर लोकसभा क्षेत्र से सांसद अनुराग ठाकुर ने शनिवार को बड़सर व नादौन में जनसंवाद कर स्थानीय स्तर पर जनसमस्याओं को सुना। इस अवसर पर अनुराग ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश आज कांग्रेस सरकार के कुप्रबंधन व नाकामी से अव्यवस्था व अनिश्चितता की ओर है। आज हिमाचल प्रदेश की हालत यह है कि केंद्र की परियोजनाओं के पैसे न मिलें तो विकास कार्य ठप्प हैं। केंद्र सरकार की ओर से प्रधानमंत्री आवास योजना हो, ग्रामीण सड़क योजना हो, सीआरआईएफ फंड से सड़क निर्माण हो, पेयजल जैसी तमाम योजनाएं हैं जो धरातल पर उतर रही हैं तो प्रदेश का विकास हो रहा है वरना राज्य सरकार न तो कोई नया प्रोजैक्ट ला पा रही है और न ही पुराना कुछ रिपेयर करा पा रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में बाकी विधानसभा तो दूर की बात है मुख्यमंत्री के अपने गृह विधानसभा क्षेत्र में सड़कें खस्ताहाल हैं।
हिमाचल में सरकार चलाना अब कांग्रेस के बस के बाहर है। कांग्रेस ने हिमाचल को दिया कुछ नहीं बस छीनने का काम किया है। पहाड़ी प्रदेश की आर्थिक स्थिति को देखते हुए इसे विशेष राज्य का दर्जा श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार ने दिया था जिसे यू.पी.ए. सरकार ने वापस ले लिया था, लेकिन केंद्र में मोदी की सरकार जब आई तो विशेष राज्य का दर्जा वापस देने का काम मोदी ने कर दिया। इस दर्जे के साथ प्रदेश में होने वाले विकासात्मक कार्यों के लिए 10 प्रतिशत का खर्च राज्य सरकार वहन करेगी तथा 90 प्रतिशत खर्च का वहन केंद्र सरकार करेगी। उन्होंने कहा कि ये सरकार न जनभावनाओं पर न ही अपने वायदों पर खरी उतर पाई। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार की कार्यप्रणाली से आज हिमाचल की चारों ओर जगहंसाई हो रही है। हिमाचल में कांग्रेस की वसूली सरकार द्वारा शौचालय पर टैक्स लगाना इनकी अपरिपक्वता को दिखाता है, साथ ही ये भी जाहिर होता है कि कांग्रेस के नेता धरालत से कितना कट चुके हैं।
कांग्रेस के राज में हिमाचल देश का इकलौता राज्य बन गया, जहां शौचालय की सीट पर भी टैक्स लग गया। एक तरफ मोदी ने देश भर में 12 करोड़ शौचालय बनवा दिए, वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस ने शौचालय पर टैक्स लगा कर कमाई करने में जुटी है। उन्होंने कहा कि हिमाचल में कांग्रेस सरकार के आर्थिक कुप्रबंधन के चलते आज प्रदेश 96 हजार करोड़ के कर्जे में डूब गया है और यही हालात रहे तो इस साल के अंत तक यह एक लाख करोड़ पहुंच जाएगा। कांग्रेस सरकार ने 1.5 वर्ष में प्रदेश का बंटाधार कर दिया है। प्रदेश पर महंगाई का बोझ, इंडस्ट्री के साथ बेरुखी, कर्मचारियों को सैलरी-पैंशन के लिए तरसना दिखाता है कि कांग्रेस से सरकार चलाई नहीं जा रही है। कांग्रेस का हाथ प्रदेश की जनता के गिरेबान पर है। बिजली के दाम इन्होंने आते ही 2 बार बढ़ा दिए, पर्यावरण और दूध का सैस लगा दिया, उद्योगों पर भी सैस बढ़ाया गया है जिससे राज्य में उद्योग पलायन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने चुनावों से पहले बड़े-बड़े वायदे किए मगर चुनाव के बाद वायदे पूरे करना तो दूर प्रदेश की माली हालत इतनी खराब कर दी कि यहां वेतन और पैंशन के लाले पड़ गए हैं।