एक माह में तीसरी बार 500 करोड़ का कर्ज लेने जा रही सरकार, जानिए क्या है वजह

Friday, Jan 17, 2020 - 11:28 PM (IST)

शिमला (ब्यूरो): गंभीर वित्तीय संकट से गुजर रही प्रदेश सरकार अब पहले लिए गए कर्ज को वापस करने के लिए ऋण ले रही है। सरकार की तरफ से पहले लिए गए कर्ज की करीब 1,000 करोड़ रुपए की किस्त इसी माह लौटानी है जिसके लिए एक माह के भीतर प्रदेश सरकार तीसरी बार ऋण लेने के लिए बाध्य हुई है। इससे पहले 2 बार सरकार की तरफ से 1,000 करोड़ रुपए का कर्ज लिया गया है और अब एक बार फिर सरकार 500 करोड़ रुपए का ऋण ले रही है। इस तरह एक माह के भीतर 1,500 करोड़ रुपए का कर्ज उठाया जा रहा है।

हिमाचल पर 54,145 करोड़ रुपए का कर्ज

उल्लेखनीय है कि प्रदेश सरकार की तरफ से पूर्व में कर्ज लेने को लेकर जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार अब तक हिमाचल प्रदेश पर 54,145 करोड़ रुपए का कर्ज हो चुका है। हालांकि इसी माह करीब 1,000 करोड़ रुपए का कर्ज वापस लौटाया जाना है तो यह राशि घटकर करीब 53,145 करोड़ रुपए रह जाएगी। इससे पहले सरकार की तरफ से अक्तूबर, 2019 को 2 अलग-अलग मदों में 400 करोड़ रुपए, गत अगस्त माह में 250 करोड़ रुपए तथा गत जुलाई माह में 750 करोड़ रुपए का कर्ज लिया गया था।

100 रुपए में से 7.35 रुपए कर्ज लौटाने पर खर्च

सरकार की वित्तीय हालत का अनुमान इसी बात से लगाया जा सकता है कि पहले लिए गए कर्ज को वापस करने के लिए उसे ऋण लेना पड़ रहा है। इतना ही नहीं, बजट के प्रति 100 रुपए में 7.35 रुपए कर्ज को लौटने पर खर्च हो रहे हैं। इसके अलावा वेतन पर 27.84 रुपए, पैंशन पर 15 रुपए, ब्याज अदायगी पर 10.25 रुपए और शेष 39.56 रुपए विकास कार्यों सहित अन्य गतिविधियों पर खर्च कर रही है। इस प्रकार कुल राजस्व घाटा 2,342 करोड़ रुपए रहने का अनुमान है। राजकोषीय घाटा 7,352 करोड़ रुपए रहने का अनुमान है जो कुछ सकल घरेलू उत्पाद का 4.35 फीसदी होगा। इस घाटे को पूरा करने के लिए सरकार ने 5,068 करोड़ रुपए ऋण लेने की संभावना जताई है।

Vijay