लड़कियों के लिए वरदान बना यह महाविद्यालय, बेटी पढ़ाओ अभियान भी हो रहा साकार (Video)

punjabkesari.in Friday, Aug 03, 2018 - 04:44 PM (IST)

सिरमौर (सतीश): सिरमौर जिला के दुर्गम ट्रांसगिरी क्षेत्र में सरकार का 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' अभियान साकार होता दिखाई दे रहा है। जिसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि शिलाई महाविद्यालय में शिक्षा ग्रहण कर रहे कुल एक हजार विद्यार्थियों में से लगभग 70 प्रतिशत से भी ज्यादा लड़कियां उच्च शिक्षा ग्रहण कर रही है। कार्यकारी प्रधानाचार्य शिलाई कॉलेज डॉ. विशवजीत बंसल ने बताया की कॉलेज में करीब 1000 छात्र शिक्षा ले रहे हैं जिसमे करीब 700 छात्राए हैं। उन्होंने ये भी माना कि अगर इस दुर्गम इलाके में कॉलेज न खुलता तो कई छात्र शिक्षा से वंचित रह जाते। 
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महाविद्यालय खुलने से जहां क्षेत्र की उन बच्चियों को उच्च शिक्षा ग्रहण करना आसान हुआ, जो सुरक्षा कारणों से दूर जाकर पढ़ने में असमर्थ थे तो वहीं आर्थिक रूप से मजबूर अभिभावकों को भी उनकी बेटियों को पढ़ाने के सपने साकार हुए। मजबूर अभिभावकों और क्षेत्र की बेटियों को उच्च शिक्षा मुहैया करवाने में शिलाई का महाविद्यालय मील का पत्थर साबित हुआ। कॉलेज की छात्राओं ने बताया कि यह कॉलेज उनके लिए वरदान साबित हुआ है और उन्हें घर द्वार पर उच्च शिक्षा मिल रही है।
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शिलाई महाविद्यालय में जिला शिमला की कई दुर्गम पंचायतों और पड़ोसी राज्य उत्तराखंड के बाबर-जौनसार जनजातीय क्षेत्र के बच्चे भी उच्च शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। शिलाई महाविद्यालय की बेटियां पढाई के साथ-साथ कबड्डी आदि कई जटिल खेलों में भी विश्व भर में अपना लोहा मनवा चुकी है। इतना ही नहीं कॉलेज से अपनी उच्च शिक्षा पूरी करने के बाद कई लड़कियां शिलाई महाविद्यालय में ही बतौर शिक्षक अपनी सेवाएं दे रही है। 
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