फतेहपुर उपचुनाव जयराम व कांग्रेस के लिए साख का सवाल
punjabkesari.in Sunday, Jul 18, 2021 - 11:57 AM (IST)

धर्मशाला (जिनेश): जिला कांगड़ा के फतेहपुर में होने वाला उपचुनाव भाजपा सरकार और कांग्रेस पार्टी के लिए साख का सवाल बन गया है। इस चुनाव के जरिए ही दोनों पार्टियां 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटी है। जहां कांग्रेस का गढ़ रहे फतेहपुर में भाजपा जीत का परचम लहराना चाहती है, वहीं कांग्रेस इस गढ़ को उपचुनाव में जीत हासिल कर ओर सुदृढ़ होने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाएगी। दोनों ही पार्टियों ने फतेहपुर में चुनावी कदम ताल भी शुरू कर दी हैै। भाजपा केंद्र व प्रदेश सरकार की नीतियों व योजनाओं के तहत करवाए गए विकास को चुनावी मुद्दा बनाएगी तो कांग्रेस मंहगाई के मुद्दे को इस उपचुनाव में अपना हथियार बनाएगी। जहां कांग्रेस प्रदेश में घर वापसी के लिए बिसाद जमा रही है, तो भाजपा इन उपचुनावों को जीत हासिल करके प्रदेश में मिशन रिपीट की तैयारी करना चाहती है।
पूर्व मंत्री सुजान सिंह पठानिया का करवाया विकास कांग्रेस के लिए होगा मददगार
पूर्व मंत्री सुजान सिंह पठानिया फतेहपुर से लगातार 3 बार से फतेहपुर से विधायक का चुनाव जीता था तथा फतेहपुर विधानसभा में लोग उनके द्वारा करवाए गए कार्यों और उनकी ईमानदार छवि के कायल थे इसी छवि के दम पर पठानिया लगातार 3 टर्म से फतेहपुर के विधायक रहे। सुजान सिंह पठानिया द्वारा क्षेत्र का करवाया गया विकास भाजपा को फतेहपुर की सत्ता में आने के लिए चुनौती माना जा रहा है। वहीं पूर्व मंत्री के द्वारा करवाया गया क्षेत्र का विकास कांग्रेस के लिए मददगार रहेगा।
दोनों पार्टियों को चेहरे के लिए करनी होगी माथापच्ची
फतेहपुर उपचुनाव को जीतने के लिए दोनों ही पार्टियों को उम्मीदवार घोषित करने के लिए काफी माथापच्ची करनी पड़ेगी। दोनों ही पार्टियों में टिकट के दावेदार तो बहुत है। कांग्रेस की ओर से पूर्व मंत्री सुजान सिंह पठानिया के बेटे का नाम शीर्ष पर बताया जा रहा है तो वहीं भाजपा की और से उम्मीदवार के लिए 2-3 नामों पर माथापच्ची हो रही है।
फतेहपुर उपचुनाव के प्रभारी जीएस बाली ने कहा कि महंगाई, बरोजगारी तथा लोकल मुद्दों को लेकर फतेहपुर के उपचुनाव में कांग्रेस प्रदेश सरकार को घेरेगी। वहीं पूर्व मंत्री के समय के हुए विकास के कार्यों तथा अब उन कार्यों को सरकार ने कितना करवाया है उसको भी जनता के समक्ष रखेंगे। वहीं चुनाव समन्वयक सतपाल सत्ती ने कहा कि प्रदेश की जयराम की सरकार के द्वारा प्रदेश भर में करवाया गया प्रदेश का एक सम्मान विकास व क्षेत्र वाद की राजनीति को छोड़ करवाए विकास के साथ-साथ केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा मिली परियोजनाओं को जनता के समक्ष में रख कर उपचुनाव में उतरा जाएगा।