बिलासपुर बना एडवेंचर का हॉटस्पॉट! गोबिंद सागर झील में रोमांचक गतिविधियां शुरू
punjabkesari.in Tuesday, Sep 23, 2025 - 05:07 PM (IST)

हिमाचल डेस्क। हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले में स्थित प्रसिद्ध गोबिंद सागर झील अब एडवेंचर प्रेमियों के लिए एक नया रोमांचक केंद्र बन गई है। मंगलवार को इस झील में वाटर स्पोर्ट्स गतिविधियों का विधिवत शुभारंभ हुआ, जिससे इस क्षेत्र में पर्यटन को नई गति मिलने की उम्मीद है। उपायुक्त राहुल कुमार ने स्वयं स्पीड बोट और क्रूज राइड का आनंद लिया और इस पहल की सराहना की।
जिला प्रशासन का लक्ष्य बिलासपुर को साहसिक खेलों (एडवेंचर स्पोर्ट्स) का एक प्रमुख केंद्र बनाना है। उपायुक्त राहुल कुमार ने बताया कि पिछले साल मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने इन गतिविधियों की शुरुआत की थी और अब इसे और भी बेहतर और आकर्षक रूप में विकसित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जिले में न केवल वाटर स्पोर्ट्स, बल्कि एयरो स्पोर्ट्स और अन्य एडवेंचर स्पोर्ट्स को बढ़ावा देने के लिए भी विशेष प्रयास किए जा रहे हैं।
इस पहल से पर्यटन के साथ-साथ स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी बड़ा फायदा मिलेगा। स्थानीय व्यापारियों को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे और उनकी आय में वृद्धि होगी। उपायुक्त ने विश्वास जताया कि आने वाले कुछ सालों में बिलासपुर एडवेंचर स्पोर्ट्स के लिए राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाएगा। गोबिंद सागर झील की भौगोलिक स्थिति इसे वाटर स्पोर्ट्स के लिए एक आदर्श स्थान बनाती है। यह भाखड़ा बांध के किनारे और चंडीगढ़-मनाली फोरलेन के नजदीक स्थित है, जिससे पर्यटकों के लिए यहां पहुंचना बहुत आसान हो जाता है।
वर्तमान में, यहां क्रूज राइड, बनाना राइड, स्पीड बोट और वाटर स्कूटर जैसी कई रोमांचक गतिविधियां उपलब्ध हैं। इन सभी गतिविधियों का संचालन सुचारू रूप से किया जा रहा है। उपायुक्त ने देश और प्रदेश के सभी पर्यटकों से आग्रह किया है कि वे बिलासपुर आएं और गोबिंद सागर झील की प्राकृतिक सुंदरता के बीच इन रोमांचक खेलों का अनुभव लें।
जिला प्रशासन पर्यटकों की सुरक्षा और सुविधाओं को सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने बताया कि भविष्य में यहां और भी नई गतिविधियां शुरू करने की योजना है। इस मौके पर अतिरिक्त उपायुक्त ओमकांत ठाकुर, अजय हांडा और गोबिंद सागर एडवेंचर एंड वॉटर स्पोर्ट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष सराज अख्तर सहित कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे। यह आयोजन बिलासपुर को पर्यटन के मानचित्र पर एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।