विधानसभा परिसर में सत्र के दौरान बिना थर्मल स्कैनिंग के नहीं मिलेगी एंट्री : विपिन परमार

Sunday, Aug 01, 2021 - 10:59 PM (IST)

शिमला (देवेंद्र): हिमाचल विधानसभा के मानसून सत्र से एक दिन पहले विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने रविवार को सर्वदलीय बैठक की। इसमें उन्होंने सत्तापक्ष और विपक्ष से सदन को चलाने के लिए रचनात्मक सहयोग देने की अपील की। उन्होंने सभी सदस्यों से अनुरोध किया कि वह सदन के समय का सदुपयोग जनहित से जुड़े मुद्दों को उठाने के लिए करें। हिमाचल विधानसभा की अपनी एक उच्च गरिमा है। उन्होंने सभी सदस्यों से अनुरोध किया कि वह महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा में भाग लें तथा मंथन से हल निकालने का प्रयास करें।

दर्शक दीर्घा में बैठने के लिए आगंतुकों को जारी किए जाएंगे पास  

उन्होंने कहा कि कोरोना को देखते हुए विधानसभा परिसर में बिना थर्मल स्कैनिंग के किसी को भी एंट्री नहीं दी जाएगी। किसी का तापमान अधिक आने पर विधानसभा की डिस्पैंसरी में प्राथमिक उपचार दिया जाएगा। चिकित्सक, फार्मासिस्ट और स्टाफ नर्स दो शिफ्ट में काम करेंगे। विधानसभा के मुख्य द्वारों, सदन के बाहर पक्ष व विपक्ष गैलरी तथा लॉज व अधिकारी दीर्घा के बाहर फुट पैडल के साथ सैनिटाइजेशन की व्यवस्था होगी। उन्होंने कहा कि इस बार दर्शक दीर्घा में बैठने के लिए आगंतुकों को पास जारी किए जाएंगे। रोजाना अधिकतम 40 पास ही दिए जाएंगे जबकि बीते बजट सत्र में आगंतुकों के प्रवेश पर रोक लगाई गई थी। उन्होंने कहा कि सीएम से मिलने के लिए आने वाले लोगों की मुलाकात करवाने के लिए एक नोडल अधिकारी तैनात किया जाएगा।

मंत्रियों से केवल जरूरी स्टाफ लाने का किया अनुरोध

विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि सभी मंत्रियों से केवल जरूरी स्टाफ ही साथ लाने का अनुरोध किया गया है। विधानसभा में कम लोगों की ड्यूटी लगाई गई है। इसे देखते हुए मानसून सत्र के दौरान 1200 की जगह 800 अधिकारी व कर्मचारी ही ड्यूटी देंगे। सर्वदलीय बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री स्व. वीरभद्र सिंह तथा पूर्व मुख्य सचेतक एवं विधायक स्व. नरेंद्र बरागटा की आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा गया। इस दौरान संसदीय कार्यमंत्री सुरेश भारद्वाज, नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री, विधानसभा उपाध्यक्ष डॉ. हंसराज, मुख्य सचेतक बिक्रम सिंह जरयाल, उप मुख्य सचेतक कमलेश कुमारी तथा सीपीआईएम विधायक राकेश सिंघा मौजूद रहे।

एफआईआर वापसी पर हो रहा विचार

एक सवाल के जवाब में विपिन परमार ने कहा कि बीते सत्र में विधायकों के खिलाफ दर्ज एफआईआर वापसी के मामले में विधानसभा सचिवालय प्रशासन विचार कर रहा है। दीगर रहे कि बीते बजट सत्र में राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान विपक्ष के विधायकों ने जबरदस्त हंगामा किया था। इस वजह से राज्यपाल अपना अभिभाषण भी पूरा नहीं कर पाए थे। इसे लेकर विधायकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज है। उन्होंने कहा कि विधानसभा का अपना सुरक्षा दस्ता गठित करने की एक योजना है। संसद और देश के कई राज्यों में यह व्यवस्था लागू है।

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Vijay