7वीं बार मुख्यमंत्री बनने का सपना नहीं हुआ पूरा, वीरभद्र सिंह को अर्की से था विशेष लगाव

punjabkesari.in Thursday, Jul 08, 2021 - 10:05 PM (IST)

सोलन (ब्यूरो): पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने अर्की में 7वींं बार मुख्यमंत्री बनने की घोषणा की थी लेकिन उनका यह सपना पूरा नहीं हो पाया। उनको अर्की विधानसभा क्षेत्र से विशेष लगाव था और इसी कारण उन्होंने वर्ष 2017 का विधानसभा चुनाव यहां से लड़ा। पूरे प्रदेश में प्रचार करने के कारण वह अर्की को अधिक समय नहीं दे पाए थे लेकिन इसके बावजूद वह 6000 से अधिक वोटों से चुनाव जीतने में कामयाब हो गए थे।

कोरोना काल में जब अपने परिचितों से मिलने पहुंच गए वीरभद्र सिंह

कोरोना की पहली लहर व शिमला में भारी ठंड को देखते हुए पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह कई दिनों तक अपने ससुराल जिला सोलन के कुठाड़ में रहे। इस दौरान वह अपने पुराने परिचितों से मिलने अचानक उनके घर भी पहुंच गए। वे लोग उन्हें अपने घर देखकर फूले नहीं समा रहे थे। वह कुनिहार रियासत के राज परिवार व कोटबेजा रियासत के राज परिवार से मिलने के लिए कुठाड़ से आए थे। कुनिहार में उन्होंने राजघराने के मंदिर में माथा भी टेका था।

लड़कियों की उच्च शिक्षा के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में खोले कॉलेज

पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह भले ही अब हमारे बीच नहीं रहे लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों की लड़कियों की उच्च शिक्षा के लिए उनके द्वारा किए गए कार्यों के लिए हमेशा याद किया जाएगा। वीरभद्र सिंह ने दिसम्बर, 2011 से वर्ष 2017 के बीच ग्रामीण क्षेत्रों में नए कॉलेज ही नहीं खोले बल्कि कई स्कूलों को अपग्रेड भी किया ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाली लड़कियों को अपनी पढ़ाई के लिए अपने घरों से दूर न जाना पड़े। हालांकि उस दौरान उनके द्वारा खोले गए कॉलेज व स्कूलों को लेकर विपक्ष द्वारा रेवडिय़ों की तरह स्कूल व कॉलेज बांटने के आरोप भी लगाए जा रहे थे लेकिन वीरभद्र सिंह ने कभी भी विपक्ष के इन आरोपों की परवाह नहीं की। आज इन सभी कॉलेजों में स्थानीय छात्र शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। हालांकि उस समय वह शिमला ग्रामीण के विधायक थे लेकिन अर्की निर्वाचन क्षेत्र में उन्होंने अपनी सरकार के दौरान दिग्गल, जयनगर व दाड़लाघाट में नए कॉलेज खोले। इसके अलावा अर्की निर्वाचन क्षेत्र की सीमा के साथ सटे शिमला ग्रामीण निर्वाचन क्षेत्र के धामी और नालागढ़ के रामशहर में भी कॉलेज की स्थापना की। अर्की में कॉलेज पहले से ही था। इस तरह अर्की निर्वाचन क्षेत्र में कॉलेजों की संख्या कुल 4 है। इसके अलावा अर्की निर्वाचन क्षेत्र की सीमा के साथ सटे 2 कॉलेजों का लाभ भी इस हलके के छात्रों को मिल रहा है। इसके अलावा उन्होंने दून निर्वाचन क्षेत्र के बरोटीवाला व सोलन निर्वाचन क्षेत्र के कंडाघाट में भी कॉलेज खोला। इनके अलावा अर्की, धर्मपुर, कुठाड़ व पट्टा में आईटीआई भी उनकी ही देन है।

कुनिहार में जब भी जनसभा करते तो कहते थे ये बात

पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह अर्की निर्वाचन क्षेत्र के कुनिहार में जब भी कोई जनसभा करते थे तो वह हमेशा चुटकी लेते हुए कहते थे कि देश में जब भी कोई नई पार्टी बनती है तो उसका प्रदेशाध्यक्ष कुनिहार से जरूर बनता है। उनका कहना होता था कि वहां के लोग राजनीतिक रूप से काफी जागरूक व राजनीतिक समझ रखने वाले लोग हैं। 


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Vijay

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