हिमाचल के निर्माण, गठन व पूर्ण राज्य का दर्जा प्राप्त करने में डॉ. वाईएस परमार का सहयोग अतुलनीय : कुलदीप पठानिया

punjabkesari.in Friday, Aug 04, 2023 - 11:31 PM (IST)

शिमला (अम्बादत): हिमाचल के निर्माण, गठन व पूर्ण राज्य का दर्जा प्राप्त करने में डाॅ. यशवंत सिंह परमार का सहयोग अतुलनीय है। यह बात विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने डाॅ. यशवंत सिंह परमार की 117वीं जयंती पर विधानसभा में आयोजित कार्यक्रम में कही। उन्होंने कहा कि डाॅ. यशवंत सिंह परमार एक महान योद्धा थे। उनके बलिदान को हिमाचल कभी भुला नहीं सकेगा। पठानिया ने कहा कि डाॅ. परमार द्वारा प्रदेश को दी गई सौगातें जन्म-जन्मांतर तक स्मरण रखी जाएंगी। परमार ने हिमाचल निर्माण व विशाल हिमाचल के गठन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, वहीं हिमाचल प्रदेश को भारतीय गणराज्य का 18वां राज्य घोषित करने में निर्णायक भूमिका निभाई थी। पठानिया ने कहा कि यशवंत सिंह परमार ने हिमाचल के लिए अनेक लड़ाइयां लडी हैं। जिस वजह से आज हिमाचल का अस्तित्व कायम है। हिमाचल को आज फल का राज्य मानते हैं जिसका श्रेय डाॅ. यशवंत सिंह परमार को जाता है जिन्होंने दूरदर्शिता का परिचय देते हुए हिमाचल प्रदेश में वानिकी एवं बागवानी विश्व विद्यालय की स्थापना की थी जिस वजह से आज हिमाचल का सेब राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर लोकप्रिय है।

डाॅ. परमार के परिजनों को किया सम्मानित
विधानसभा अध्यक्ष द्वारा डाॅ. परमार के परिवारजनों को टोपी व मफलर पहनाकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर, उद्योग एवं संसदीय कार्य मंत्री हर्षवर्धन चौहान, डाॅ. कर्नल धनीराम शांडिल,  रोहित ठाकुर व विक्रमादित्य सिंह भी मौजूद थे। इसके अतिरिक्त पूर्व विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार, पूर्व उपाध्यक्ष डाॅ. हंसराज, डाॅ. परमार के परिवार के सदस्य उनके पौत्र आनंद परमार व पड़पौत्र यशस्वी सिंह परमार, विधान सभा के सदस्यगण, पूर्व विधायकगण,  शिमला के महापौर, उपमहापौर, हिमाचल प्रदेश के लोकायुक्त सीबी बारोवालिया, मुख्य संसदीय सचिव मोहन लाल ब्राक्टा, आशीष बुटेल, किशोरी लाल तथा संजय अवस्थी भी मौजूद थे। 

हिमाचल की तरक्की के लिए तय होने चाहिए लक्ष्य : जयराम
नेता प्रतिपक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश की तरक्की के लिए लक्ष्य तय होने चाहिए। उन्होंने कहा कि इस समय हिमाचल प्रदेश की स्थापना के 75 वर्ष हुए हैं। ऐसे में जब स्थापना के 100 वर्ष होंगे, तो उस समय राज्य कहां होना चाहिए, इसको तय किया जाना चाहिए। जयराम ठाकुर विधानसभा के पुस्तकालय सभागार में हिमाचल निर्माता एवं प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री डाॅ. वाईएस परमार की जयंती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि डाॅ. परमार को किसी दल के नहीं हैं, वे हिमाचल के हैं। ऐसे में उनको राजनीतिक तराजू में तोलना गलत है। उन्होंने कहा कि डाॅ. परमार ने हमेशा राज्य के हितों की बात की। वह यहां की खूबसूरती और प्राकृतिक संपदा का संरक्षण चाहते थे। 

जयराम-विक्रमादित्य बैठे साथ-साथ
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर एवं लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह इन दिनों एक-दूसरे के खिलाफ टिप्पणी करने पर सुर्खियों में हैं लेकिन परमार जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में दोनों नेता साथ-साथ बैठे नजर आए। दोनों ने एक-दूसरे से सामान्य बातचीत भी की।

रिज मैदान पर स्थापित डाॅ. परमार की प्रतिमा पर अर्पित किए श्रद्धासुमन 
हिमाचल प्रदेश के निर्माता एवं प्रथम मुख्यमंत्री स्वर्गीय डाॅ. यशवंत सिंह परमार की 117वीं जयंती पर रिज मैदान में विधानसभा के अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की और स्वर्गीय पूर्व मुख्यमंत्री की प्रतिमा पर श्रद्धासुमन अर्पित किए। उन्होंने प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री के प्रदेश के विकास में उल्लेखनीय योगदान की सराहना की और उनके पहाड़ी राज्य की स्थापना में योगदान पर चर्चा की। इस अवसर पर कई मंत्री, विधायक, नगर निगम महापौर, उप महापौर, जिलाधीश शिमला, एसपी शिमला, एसडीएम आदि कई अधिकारी मौजूद रहे। इस कार्यक्रम में हिमाचल फ ोटो गैलरी शिमला द्वारा डा. यशवंत सिंह परमार जीवन पर आधारित फोटो प्रदर्शनी लगाई गई जिसका अवलोकन मुख्यातिथि सहित अन्य गण्यमान्य व्यक्तियों ने किया। इस दौरान सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के कलाकारों द्वारा भजन कीर्तन का कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। 

कांग्रेस कार्यालय में भी दी श्रद्धांजलि
हिमाचल प्रदेश के निर्माता एवं प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री डा. यशवंत सिंह परमार की जयंती पर प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में पार्टी नेताओं ने उन्हें याद करते हुए उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए। कांग्रेस नेताओं ने प्रदेश के निर्माण में उनके उल्लेखनीय योगदान को याद करते हुए कहा कि डाॅ. परमार की बदौलत ही प्रदेश अस्तित्व में आया है। 

एचपीयू, काॅलेजों व स्कूलों में डॉ. परमार की प्रतिमा को किए श्रद्धासुमन अर्पित
हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय, स्कूलों व काॅलेजों के छात्र संगठनों ने डाॅ. यशवंत सिंह परमार की जयंती पर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण व श्रद्धासुमन अर्पित किए गए। प्रति-कुलपति आचार्य राजिन्द्र वर्मा ने कहा कि डाॅ. परमार एक महान स्वतंत्रता सेनानी रहे। स्वतंत्रता सेनानी होने के साथ-साथ एक महान समाज सुधारक के रूप में उन्हें हमेशा याद रखा जाएगा। उन्होंने सामाजिक सुधार में अपना बहुमूल्य योगदान दिया है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, एसएफआई, एनएसयूआई सहित विश्वविद्यालय व काॅलेजों के छात्रों ने डाॅ. यशवंत सिंह परमार की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। इस अवसर पर छात्र संगठन के नेताओं ने कहा कि डाॅ. यशवंत सिंह परमार भारत के राजनेता और एक स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय दाडगी में हिमाचल निर्माता डाॅ. यशवंत सिंह परमार की जयंती मनाई गई। विद्यालय के प्रधानाचार्य एवं समारोह के मुख्यातिथि डाॅ. राजेंद्र कुमार बंसल, समस्त शिक्षक एवं विद्यार्थियों ने उनकी प्रतिमा पर श्रद्धासुमन अर्पित किए।  

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Content Writer

Vijay

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