मिनी संसद में वर्चस्व को दंगल शुरू, चुनाव चिन्ह मिलते ही अपने पक्ष में दावेदारों ने तेज किया प्रचार

punjabkesari.in Thursday, Jan 07, 2021 - 11:07 AM (IST)

धर्मशाला (तनुज) : नामांकन वापस लेने की प्रक्रिया बुधवार को समाप्त होने व चुनाव चिन्ह मिलने के बाद मिनी संसद पर अपने वर्चस्व को अब दावेदारों के बीच दंगल शुरू हो गया है। चुनाव चिन्ह मिलने के साथ ही दावेदारों ने सोशल मीडिया पर अपने-अपने चिन्ह की जानकारी सांझा करने के साथ ही प्रचार को तेज कर दिया। पिछले दो दिनों से मौसम खराब रहने तथा बारिश होने के चलते दावेदारों ने प्रचार की गति को कुछ धीमा किया था, वहीं बुधवार को चुनाव चिन्ह मिलते ही अपने पक्ष में माहौल बनाने को पूरी ताकत को झोंक दिया। इतना ही नहीं अपनी ही रिश्तेदारी में खडे़ विपक्षी उम्मीदवार के नामांकन के वापस न लेने के चलते गिले-शिकवे भी अब दावेदारों में उत्पन्न हो गए हैं। सर्द हवाओं के बीच हर जगह अपने ही वोट को काटने का हवाला देते हुए उम्मीदवारों द्वारा चर्चाएं भी शुरू हो गई हैं। इतना ही नहीं पंचायत चुनावों के लिए प्रत्याशियों को चुनाव चिन्ह आवंटित होने के साथ ही राजनीतिक पार्टियों के नेता भी अपने समर्थित उम्मीदवारों के चुनाव चिन्हों पर मुहर पक्की करवाने के लिए मतदाताओं के बीच पहुंच गए हैं। पंफलेट तैयार न होने पर उम्मीदवारों द्वारा अपने डिजीटल मीडिया पर ही पोस्टर तैयार कर क्षेत्र में सोशल मीडिया पर भी प्रचारित करना शुरू कर दिया।

गांव में ज्यादा उम्मीदवार, बात करने से कतरा रहे मतदाता

पंचायत चुनावों में दोगुणा उम्मीदवारों के एक ही पद पर चुनाव लडऩे के लिए उतरने पर मतदाता भी असमंजस में पड़ गए हैं। छोटी पंचायतों में मतदाता अब दावेदारों को देखकर ही उनसे कन्नी काटने लगे हैं। गांवों के भाईचारे को सहेज कर रखने की बात करते हुए मतदाता किसी भी दावेदार को अपना खुलकर समर्थन नहीं दे पा रहे हैं। इतना ही नहीं ग्रामीणों द्वारा यह भी देखा जा रहा है कि एक उम्मीदवार के साथ बात करते समय कहीं उन्हें अन्य दावेदार तो नहीं देख रहे हैं।

प्रिंटिग प्रेस में टोकन पर पंफलेंट छापने का नम्बर

बुधवार को पंचायत चुनावों में दावेदारी ठोकने वाले उम्मीदवारों को चुनाव चिन्ह आवंटित होने के साथ ही प्रिंटिंग प्रेस में भी पंफलेंट छापने वालों की भीड़ भी जुट गई। पंफलेंट-बैनर छपवाने वाले उम्मीदवारों को प्रिंटिग प्रेस संचालकों द्वारा टोकन की व्यवस्था की गई। जिससे कि कोई भी ग्राहक नाराज न हो और उनका कारोबार भी सही तरीके से चल सके।
 


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prashant sharma

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