कांगड़ा के इस गांव में नहीं मनाई जाती दिवाली, कारण जान आप हो जाएंगे हैरान

punjabkesari.in Sunday, Oct 27, 2019 - 02:03 PM (IST)

पालमपुर: रोशनी का त्योहार यानी दीपावली, इसका इंतजार हर किसी को रहता है। दीयों और रोशनी से जगमग घरों में हर और खुशियां मनाई जाती हैं। लेकिन हिमाचल प्रदेश के जिला कांगड़ा के पालमपुर उपमंडल का एक गांव ऐसा भी है, जहां जहां दीवाली पर कोई उत्साह, कोई रोशनी नहीं होती। यहां यह दिन आम दिनों की तरह ही होता है। यहां न तो किसी के घर में दीये जलते हैं और न ही पटाखे फोड़े जाते हैं। यहां लोगों में कोई उत्साह दिखाई नहीं देता। ऐसा इस साल ही नहीं है, बल्कि हर साल होता है। इस गांव का नाम है अटियाला दाई। दिवाली न मनाने के पीछे गांववासियों का एक बुजुर्ग को दिया हुआ वचन है।
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कहते हैं कि इस गांव में सदियों पहले भयानक बीमारी फैल गई थी। बुजुर्ग ने गांव वालों को बीमारी से निजात दिलवाने के दिवाली के दिन एक गड्डा खुदवाया और उसमें समाधि ले ली थी। इससे पहले उस बुजुर्गों ने गांव वालों से वचन लिया कि इसके बाद कोई यहां पर दिवाली मनाएगा तो पूरे गांव में बीमारी फैल जाएगी। इस वचन को लोग आज तक निभा रहे हैं। हालांकि छोटे बच्चे थोड़े-बहुत पटाखे चला लेते हैं।


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