गरीबी के बोझ तले जी रहा दिव्यांग संजीव, पत्नी के कंधों पर पूरे परिवार की जिम्मेदारी
punjabkesari.in Thursday, Jun 06, 2019 - 12:52 PM (IST)

नाहन(सतीश): गरीब लोगों के उत्थान के लिए केंद्र और राज्य सरकार कई योजनाएं चला रही है मगर आज भी कई ऐसे परिवार है जो इन योजनाओं से कोसों दूर है जिसके लिए कहीं जन प्रतिनिधि तो कहीं प्रशासनिक अधिकारी जिम्मेवार है ऐसा ही एक परिवार है नाहन विधानसभा क्षेत्र की नेहली धीडा पंचायत के मलगांव का। बता दें कि यह करीब 45 वर्षीय दिव्यांग संजीव कुमार का परिवार है जो गुरबत की मार झेल रहा है। इस परिवार के पास ना तो रहने के लिए सुरक्षित मकान है और ना ही खाने पीने के लिए पर्याप्त मात्रा में भोजन। संजीव कुमार का कहना है कि वह दिव्यांग होने के कारण कामकाज करने में असमर्थ है बचपन से ही उसकी दोनों हाथों एक पैर की उंगलियां नहीं है। ऐसे में परिवार का पालन पोषण करना मुश्किल है।
इनका कहना है इस सरकार कई योजनाएं चला रही है मगर उसके परिवार को किसी भी योजना का लाभ नहीं मिल रहा है परिवार के पास रहने के लिए पुश्तेनी मकान है जो मकान कभी भी ढह सकता है पंचायत के पास कई बार मकान के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पैसा देने की गुहार लगाई गई मगर पंचायत ने हमेशा गरीब परिवार की बात को अनसुना किया। संजीव की मां का कहना है कि वह कई सालों से पंचायत घर के चक्कर काट रही है। उनका कहना है कि मकान की सुविधा देना तो दूर पंचायत उनके लिए शौचालय तक नहीं बना पाई है जो हर घर में बनाना अनिवार्य किया गया है। बूढ़ी मां को इस बात की चिंता सता रही है कि कभी भी सदियों पुराना उनका आशियाना ढह सकता है।
परिवार का पालन पोषण कर रही दिव्यांग संजीव कुमार की पत्नी सुमोती देवी का कहना है कि वह कुछ फसलें उगा कर परिवार का पालन पोषण कर रही है वो कहती है कि उसे अकेले दिन रात काम करना पड़ता है तब जाकर मुश्किल से परिवार चल रहा है वह चाहती है कि सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के तहत परिवार को मकान और शौचालय की सुविधा मिले। संजीव कुमार को सरकार से मदद के नाम पर मिल पाई है तो वह है विकलांगता पेंशन। हैरानी इस बात की होती है कि जब ऐसे गरीब लोगों के उत्थान के लिए सरकार कई योजनाएं चला रही है तो क्यों इसका लाभ पात्रों को नहीं मिल पा रहा है।