कोरे साबित हो रहे सरकार के दावे, दिव्यांग के घर न बिजली न खिड़की-दरवाजे

punjabkesari.in Wednesday, Dec 02, 2020 - 11:24 PM (IST)

पांवटा साहिब (संजय): क्षेत्र के राजबन में एक निर्धन वृद्ध दिव्यांग व्यक्ति नारकीय जीवन व्यतीत करने को मजबूर है। दिव्यांग व्यक्ति के घर में न तो बिजली है और न ही खिड़की-दरवाजे हैं। सरकार द्वारा चलाई गई योजनाएं भी हवा-हवाई साबित हो रही हैं। जानकारी के अनुसार पांवटा साहिब विकास खंड के राजबन निवासी प्रेम चंद बचपन से ही पैरों से दिव्यांग हैं। प्रेम चंद निर्धन परिवार से हैं। 65 वर्षीय प्रेम चंद ने बताया कि उसकी शादी हुई थी तथा एक बेटी है। पत्नी का 6 साल पहले निधन हो गया है तथा 4 साल पहले बेटी की भी शादी हो गई। इसके बाद वह अकेला ही घर पर रहता है। दिव्यांग पैंशन मिलती है, जिससे घर का गुजारा बड़ी मुश्किल से चल रहा है।

विभाग के पास कई बार काट चुका है चक्कर

वृद्ध के पास रहने को एक कमरा है पर कमरे में खिड़की-दरवाजे भी नहीं हैं, साथ ही बिजली का कनैक्शन भी नहीं लगा है। इस कारण उन्हें अंधेरे में ही रहना पड़ता है। प्रेम चंद ने बताया कि उन्हें सरकार द्वारा चलाई गई उज्ज्वला योजना के तहत गैस कनैक्शन नहीं मिला, जिस कारण उन्हें जंगल से लकड़ी लाकर चूल्हे पर खाना बनाना पड़ता है। वह कई बार विभाग के कार्यालय के चक्कर काट चुका है लेकिन न तो बिजली का मीटर लग पाया और न ही गैस कनैक्शन मिल पाया।

जल्द दी जाएगी सरकारी सुविधा

ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी ने बताया कि अभी तक इस तरह का मामला संज्ञान में नहीं आया है। अगर ऐसा है तो विभाग के अधिकारियों को मौके पर भेजकर जल्द ही दिव्यांग व्यक्ति के घर पर बिजली कनैक्शन लगाया जाएगा तथा अन्य सरकारी सुविधा भी उपलब्ध करवाई जाएगी।


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Vijay

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