आंतरिक मूल्यांकन की मार्किंग स्कीम में बदलाव किए जाने पर चर्चा

punjabkesari.in Saturday, Aug 28, 2021 - 10:55 AM (IST)

धर्मशाला (नवीन): हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा सी.बी.एस.ई. की तर्ज पर जमा-1 व जमा-2 कक्षा के पाठ्यक्रम में विभाजन व आदर्श प्रश्न पत्र तैयार किए जाने बारे बोर्ड कार्यालय में कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में प्रदेश के विभिन्न विद्यालयों से जमा-1 व जमा-2 कक्षा के शारीरिक शिक्षा, समाज शास्त्र, मनोविज्ञान, गृह विज्ञान, इतिहास, भूगोल, लेखा शास्त्र, व्यवसायिक अध्ययन, कंपयूटर साइंस और संस्कृत पढ़ा रहे विषयों तथा सी.बी.एस.ई. के विद्यालयों के विषय विशेषज्ञों से सुझाव प्राप्त किए जा रहे हैं।

हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड अध्यक्ष डाॅ. सुरेश कुमार सोनी ने कहा कि नई शिक्षा नीति 2020 से कौशल, स्कूली शिक्षा, पाठ्यक्रम संबंधी और पाठ्यक्रम के अलावा मानविकी और विज्ञान के बीच के वर्गीकरण को तोड़कर बहु-विषयकता, वैचारिक समझ और आलोकात्मक सोच को बढ़ावा मिलेगा। शैक्षणिक क्रियाकलापों के साथ-साथ गैर शैक्षणिक गतिविधियों को भी परीक्षाओं में अधिमान दिए जाने के उदे्श्य से आंतरिक मूल्यांकन की मार्किंग स्कीम में बदलाव किए जाने के संदर्भ में चर्चा की गई। 28 अगस्त को जमा-1 व जमा-2 कक्षा के अन्य विषयों के विषय विशेषज्ञों की कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा।

लिखित परीक्षा के उपरांत होंगी प्रैक्टिकल परीक्षा

हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड सचिव अक्षय सूद ने कहा कि मैट्रिक व जमा-2 कक्षाओं के नियमित परीक्षार्थियों की अनुपूरक प्रैक्टिकल परीक्षा संबंधित परीक्षा केंद्रों में लिखित परीक्षा के उपरांत प्रैक्टिकल परीक्षा होंगी। उन्होंने कहा कि मैटिक में प्रैक्टिकल परीक्षा 3 सितम्बर तथा जमा-2 में प्रैक्टिकल परीक्षा 14 सितम्बर को संचालित होंगी। उन्होंने बताया कि प्रैक्टिकल परीक्षा केवल उन्हीं परीक्षार्थियों की होंगी, जो परीक्षार्थी मार्च/अप्रैल 2021 में प्रैक्टिकल परीक्षा में फेल या अनुपस्थित रहें हों, इस परीक्षा का संचालन विद्यालय प्रमुख की देख-रेख में प्रश्न पत्र संबंधित अध्यापक द्वारा स्थल पर सैट करके आंतरिक रुप से संचालित किया जाना है।
 


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prashant sharma

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