नेत्रहीन होकर भी उमेश ने ऐसे प्राप्त की सफलता, बने हिमाचल में ऐसा करने वाले पहले व्यक्ति
punjabkesari.in Saturday, Sep 25, 2021 - 12:48 PM (IST)

नाहन : सिरमौर के कोलर के रहने वाले मेधावी उमेश लबाना ने संघ लोक सेवा आयोग की कठिन परीक्षा पास करने वाले हिमाचल के पहले दृष्टिबाधित बन गए हैं। उन्होंने अखिल भारतीस्तर पर 397 वा रैंक प्राप्त कर इतिहास रचा है। वर्तमान उमेश दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान में पीएचडी कर रहे हैं। अपनी कैटेगरी में उमेश ने टॉप किया है। उमेश लबाना ने हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान में एमए की है। सदैव प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण होने वाले उमेश जब शिमला से एमए कर रहे थे तो वह पूरी तरह दृष्टिबाधित होने के बावजूद सारी पढ़ाई लैपटॉप के जरिए करते थे। यही नहीं पहले सेमेस्टर में उन्होंने यूजीसी नेट उर्त्तीण कर लिया था और दूसरे सेमेस्टर में जेआरएफ की कठिन परीक्षा पास कर इतिहास बनाया था।
पांवटा साहिब के कोलर के रहने वाले उमेश कुमार के पिता दलजीत सिंह किसान हैं और मात कमलेश कुमारी सेवानिवृत्त शिक्षिका हैं। शाम को उमेश के यूपीएससी परीक्षा पास करने की खबर सिरमौर ही नहीं पूरे प्रदेश में जंगल की आग की तरह फैल गई। लोगों ने उन्हें और उनके परिवार को फोन कर बधा देने का सिलसिला शुरू कर दिया। उमंग फाउडेशन के अध्यक्ष और राज्य विकलांगता सलाहकार बोर्ड के विशेषज्ञ सदस्य प्रो. अजय श्रीवास्तव ने बताया कि उमेश अत्यंत मेधावी विद्यार्थी रहा है। एमए की क्लास में प्रोफेसरों का लेक्चर सुनते हुए वह लैपटॉप पर ही नोट्स बना लेता था। गौरतलब है कि दृष्टिबाधित व्यक्ति टॉकिंग सॉफ्टवेयर के जरिए कंप्यूटर और सोशल मीडिया का पूरा इस्तेमाल करते हैं। एमए करने के दौरान उमेश राजनीति विज्ञानके असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए पात्रता हासिल कर चुका था। लेकिन उसका उद्देश्य शिक्षा के क्षेत्र में जाने की बजाए सिविल सर्विसेज था। जेएनयू में पढ़ाई करने के साथ-साथ वहां सिविल सर्विसेज की तैयारी भी करता रहा। पिछले साल भी उसने यूपीएससी की परीक्षा पहले प्रयास में पास कर ली थी और इंटरव्यू में भी शामिल हुआ था। लेकिन बहुत कम अंतर से वहां चयनित होने से चूक गया था। प्रो. अजय श्रीवास्तव ने उमेश को उसकी बड़ी कामयाबी के लिए बधाई दी है। उन्होंने कहा कि इसस हिमाचल प्रदेश के दृष्टिबाधित एवं अन्य दिव्यांग युवाओं का हौसला बढ़ेगा और वे समाज में अपना स्थान बनाने के लिए प्रेरित होंगे।