करोड़ों रुपए लगाने के बाद भी हल नहीं हुई समस्या, आस्था की केंद्र डल झील में फिर रिसाव शुरू
punjabkesari.in Friday, Nov 19, 2021 - 11:47 PM (IST)

धर्मशाला (जिनेश): आस्था की केंद्र डल झील मैक्लोडगंज के वैभव पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। झील में दोबारा रिसाव शुरू हो गया है। हालांकि झील को संवारने व लीकेज रोकने के लिए कई एजैंसियां जुटी हैं और करोड़ों रुपए खर्च भी किए गए हैं लेकिन नतीजा शून्य ही रहा है। एक बार फिर से करोड़ों रुपए खर्च किए जाने के बाद भी डल झील मैक्लोडगंज में रिसाव नहीं रुका है। डल झील फिर सूखने लगी है और इसकी वजह पिछले कुछ दिनों से रिसाव होना है। यही नहीं इसके लिए बकायदा प्रशासन ने अध्ययन भी करवाया था कि किस स्थान पर रिसाव हो रहा है। अध्ययन के बाद सुझाए सुझावों पर कुछ कार्य भी हुआ लेकिन परिणाम वहीं ढाक के तीन पात ही साबित हुआ है। अब पुन: डल झील में रिसाव शुरू हो गया है और इससे धार्मिक आस्था के इस केंद्र पर फिर संकट के बादल मंडराने शुरू हो गए हैं।
इससे पहले भी यह समस्या कई बार उत्पन्न हो चुकी है लेकिन ठोस कदम नहीं उठाए गए। हालांकि उस समय भी लोक निर्माण विभाग व वन विभाग समेत ग्रामीण विकास विभाग ने भी गाद निकालने के साथ लीकेज रोकने का प्रयास किया था, लेकिन सभी एजैंसियां बेबस रहीं। वर्ष 2008 के दौरान झील से गाद निकालने के बाद रिसाव शुरू हुआ था लेकिन अभी तक रिसाव को रोकने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठा है। केवल रिसाव को रोकने के लिए लीपापोती कर ही इतिश्री कर ली गई है। यही वजह भी रही है कि करोड़ों रुपए खर्च किए जाने के बाद भी लीकेज की समस्या जस की तस बरकरार है।
उधर, उपनिदेशक पर्यटन विभाग पृथी पाल सिंह ने कहा कि इस संबंध में मुझे अभी कोई सूचना नहीं है। डल झील के रिसाव को रोकने के लिए अभी तक कितनी धनराशि खर्च हुई है, इस संदर्भ में अभी जानकारी नहीं दे सकता। वहीं जिलाधीश डाॅ. निपुण जिंदल ने कहा कि अभी जानकारी नहीं है। यदि ऐसा है तो इस संबंध में जांच की जाएगी और लीकेज रोकने में कहां चूक हुई, ये भी पड़ताल का विषय है। इसके लिए सही जानकारी जुटाने के बाद आवश्यक कार्रवाई भी अमल में लाई जाएगी।
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