सुजानपुर होली महोत्सव को लेकर असमंजस, डीसी से बैठक में होगी स्थिति स्पष्ट

punjabkesari.in Friday, Jan 15, 2021 - 09:56 PM (IST)

सुजानपुर (अश्वनी): सुजानपुर के ऐतिहासिक चौगान सुजानपुर में इस बार राष्ट्र स्तरीय होली महोत्सव होगा या फिर नहीं होगा, इस बारे 26 जनवरी के बाद डीसी हमीरपुर से बैठक करने के बाद ही पता चलेगा, कि यदि सुजानपुर में होली महोत्सव होगा तो उसके लिए क्या नियम होंगे। एसडीएम शिल्पी बेक्टा ने बताया कि बीते वर्ष 22 मार्च को कोरोना महामारी के कारण भारत देश में लॉकडाऊन लग गया था, जिस कारण होली मेले में प्रदेश व बाहरी राज्यों से आए व्यापारी वर्ग को इस महामारी के कारण सुजानपुर से अपने घर भेज दिया था। सुजानपुर में राष्ट्रीय स्तरीय उत्सव मार्च माह में आयोजित किया जाता है। हालांकि मेले का समापन सरकारी तौर पर संपन्न हो चुका था लेकिन होली मेला करीब एक महीने तक चलता है। इसका कारण यह है कि जो व्यापारी वर्ग यहां पर व्यापार के लक्ष्य से आता है, उसे अपने व्यापार करने के लिए चौगान में जगह लेने के लिए हजारों, लाखों रुपए प्रशासन के पास जमा करवाने पड़ते हैं। 

लेट लगाया झूला, मालिक की गलती : एसडीएम

बीते वर्ष होली मेले के दौरान झूले की जगह 34.31 लाख के रूप में उच्च बोलीदाता हरियाणा पंचकूला के अलंकेश्वर भास्कर को आबंटित की गई। उन्होंने 24 लाख धनराशि उसी समय प्रशासन के पास जमा करवा दी थी। लेकिन वर्षा एवं कोरोना वायरस के कारण वह 10 लाख 31 हजार रुपए की धनराशि को जमा नहीं करवा पाए। अभी तक बीते वर्ष होली मेले की उक्त राशि बकाया है। एसडीएम ने बताया कि बीते वर्ष होली मेले से एक करोड़ के करीब पैसा इकट्ठा किया गया था, जिसे उन्होंने डीसी कार्यालय हमीरपुर में जमा करवा दिया था। उन्होंने बताया कि झूला मालिक से 10 लाख के करीब बकाया राशि रहती है, जिसके बारे डीसी को अवगत करवा दिया है। उन्होंने बताया कि होली मेले में लगने वाले झूले 7 मार्च को झूला मालिक ने आबंटित की गई जगह पर लगाए थे जबकि उन्होंने झूले मालिक को झूला लगाने के लिए चौगान में 28 फरवरी से पहले ही जगह अलॉट कर दी थी। यह उसकी गलती है कि उसने अपने झूले 7 मार्च के बाद लगाए। उन्होंने कहा कि डीसी के जो दिशा-निर्देश होंगे, उनके अनुसार ही कार्रवाई की जाएगी।

बीते वर्ष जमा नहीं हो पाई 10 लाख रुपए की तहबाजारी

बताते चलें कि इसी राष्ट्रीय स्तरीय होली उत्सव के दौरान चौगान से तहबाजारी के रूप बीते वर्ष 10 लाख के करीब बकाया धनराशि में जमा नहीं हो पाई थी।


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Vijay

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