Himachal: सरकार जल्द करेगी विशेषज्ञ रोबोटिक सर्जनों की भर्ती, चमियाना में एम्स की तर्ज मिलेंगी स्वास्थ्य सुविधाएं : CM सुक्खू

punjabkesari.in Saturday, Jul 19, 2025 - 05:32 PM (IST)

शिमला (हैडली): हिमाचल प्रदेश में रोबोटिक सर्जरी सेवाएं शुरू करने के लिए प्रदेश सरकार शीघ्र ही विशेषज्ञ रोबोटिक सर्जनों की भर्ती प्रक्रिया शुरू करेगी। इससे मरीजों को सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में बेहतर और उच्च गुणवत्तायुक्त चिकित्सा उपचार सुविधाएं उपलब्ध होंगी। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू गत सायं स्वास्थ्य विभाग समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इन विशेषज्ञ सर्जनों के लिए भर्ती नियमों का एक प्रस्ताव शीघ्र ही प्रदेश मंत्रिमंडल के समक्ष अनुमोदन के लिए प्रस्तुत किया जाएगा। विशेषज्ञ चिकित्सक सर्जरी करने के अलावा अन्य चिकित्सकों को रोबोटिक सर्जरी तकनीकों का प्रशिक्षण भी देंगे। इससे राज्य में विशेषज्ञ चिकित्सकों की एक टीम तैयार होगी। उन्होंने कहा कि राज्य के सभी सरकारी चिकित्सा महाविद्यालयों और अन्य स्वास्थ्य संस्थानों में आधुनिक तकनीक और चिकित्सा उपकरण स्थापित किए जा रहे हैं। चमियाना स्थित अटल इंस्टीच्यूट ऑफ मेडिकल सुपर स्पैशलिटी में मरीजों को दिल्ली के एम्स की तर्ज स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान की जाएंगी और संस्थान में शीघ्र ही रोबोटिक सर्जरी सेवाएं शुरू होंगी, साथ ही डाॅ. राजेंद्र प्रसाद राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय टांडा में भी जल्द ही रोबोटिक सर्जिकल सिस्टम स्थापित किया जाएगा।

आईजीएमसी-हमीरपुर में स्थापित होंगी रोबोटिक सर्जिकल मशीनें
मुख्यमंत्री सुक्खू ने विभाग को चिकित्सा महाविद्यालय हमीरपुर और इंदिरा गांधी चिकित्सा महाविद्यालय शिमला में रोबोटिक सर्जिकल मशीनें स्थापित करने के निर्देश दिए। उन्होंने हिमाचल प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को और मजबूत करने के लिए रिक्त पद अविलंब भरने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि चिकित्सा शिक्षा निदेशालय में 100 नए चिकित्सा अधिकारियों की भर्ती की जाएगी और चमियाना में जल्द ही 50 अतिरिक्त नर्सों की नियुक्ति भी की जाएगी। राज्य की स्वास्थ्य सेवा अधोसंरचना के सुदृढ़ीकरण के लिए पैरा मेडिकल स्टाफ, तकनीकी स्टाफ और अन्य सहायक कर्मियों की भर्ती प्रक्रिया भी प्रगति पर है।

पैरा मेडिकल स्टाफ का मानदेय बढ़ाया
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने ऑप्रेशन थिएटर सहायकों का मासिक मानदेय 17,820 रुपए से बढ़ाकर 25,000 रुपए और रेडियोग्राफरों व एक्स-रे तकनीकी स्टाफ का मानदेय 13,100 रुपए से बढ़ाकर 25,000 रुपए किया गया है। उन्होंने कहा कि सरकारी क्षेत्र में पैरा मेडिकल स्टाफ की कमी दूर करने के लिए 23 वर्षों के बाद प्रमुख पाठ्यक्रमों में प्रवेश क्षमता बढ़ाने का सरकार ने निर्णय लिया है, इससे स्वास्थ्य क्षेत्र को मजबूती मिलेगी। आईजीएमसी शिमला में बीएससी मेडिकल लैबोरेटरी टैक्नोलॉजी, बीएससी रेडियोलॉजी एंड इमेजिंग और बीएससी एनैस्थीसिया एंड ओटी टैक्नोलॉजी पाठ्यक्रमों में सीटों की संख्या 10 से बढ़ाकर 50 की गई है। टांडा चिकित्सा महाविद्यालय में बीएससी मेडिकल लैबोरेटरी टैक्नोलॉजी, बीएससी रेडियोलॉजी एंड इमेजिंग और बीएससी एनैस्थीसिया एंड ओटी टैक्नोलॉजी में प्रत्येक पाठ्यक्रम में सीटों की संख्या 18 से बढ़ाकर 50 की है। उन्होंने कहा कि इससे स्थानीय युवाओं को राज्य में ही व्यावसायिक प्रशिक्षण प्राप्त करने में सहायता मिलेगी। बैठक में स्वास्थ्य मंत्री डाॅ. धनी राम शांडिल, स्वास्थ्य सचिव एम. सुधा देवी और विशेष सचिव डाॅ. अश्विनी कुमार शर्मा अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।


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Vijay

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