बिना अनुमति चलाया जा रहा कोयले का बॉयलर, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने थमाया नोटिस

punjabkesari.in Friday, Dec 21, 2018 - 09:53 PM (IST)

नाहन: प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने कांसीवाला स्थित सरकार के मिल्क चिलिंग प्लांट को कोयले से चलने वाले बॉयलर की चिमनी के मामले में नोटिस थमाया है। अगर एक महीने के अंदर प्लांट प्रबंधन ने कार्रवाई नहीं की तो प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड अगला एक्शन लेगा। जानकारी के अनुसार प्लांट प्रबंधन ने मिल्क चिलिंग व प्रोसैस करने के लिए स्थापित बॉयलर को चलाने के लिए डीजल से चलने वाली बॉयलर की अनुमति ली थी लेकिन बाद में डीजल की बजाय कोयले से चलाया जाने लगा, जिसकी अनुमति प्लांट प्रबंधन के पास नहीं है। उधर, बॉयलर की चिमनी से पिछले कुछ महीने से निकलने वाले धुएं के कणों से आसपास रहने वाले सैंकड़ों लोगों को परेशानी हो रही है। गौरतलब है कि मिल्क प्लांट शहर के वार्ड नम्बर-12 के नौणी के बाग क्षेत्र में स्थित है, जहां आसपास रिहायशी इलाका है और इसमें सैंकड़ों लोग रहते हैं। चिमनी से निकलने वाले धुएं के कणों से लोगों के स्वास्थ्य पर विपरीत असर पड़ रहा है। हाल ही में जिसकी शिकायत लोगों ने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से की थी।

डीजल के सिस्टम ने काम करना किया बंद

मिल्क प्लांट में डीजल का सिस्टम जब बंद हो गया तो उसकी मुरम्मत नहीं हुई। प्रबंधन को बायलर तो चलाना था। ऐसे में कोयले का इंतजाम किया और बॉयलर चलाया जाने लगा जबकि प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से अनुमति केवल डीजल से बॉयलर चलाने की थी। पिछले कुछ अर्से से बिना इजाजत के ही कोयले से बॉयलर चलाया जा रहा है। उधर, प्लांट प्रबंधन का कहना है कि जल्द ही डीजल से बॉयलर को चलाया जाएगा। प्रबंधन का कहना है कि इस बारे प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से निर्देश मिलें हैं।

लोगों के स्वास्थ्य पर विपरीत असर पड़ रहा

नौणी के बाग के स्थानीय निवासी राकेश अरोड़ा, अशोक सैनी ने आरोप लगाया कि पिछले कुछ अर्से से प्लांट प्रबंधन कोयले से बॉयलर चला रहा है। इसका आसपास के लोगों के स्वास्थ्य पर विपरीत असर पड़ रहा है। वैसे भी रिहायशी इलाके में बॉयलर चलाया जाना सही नहीं है। प्लांट प्रबंधन को चाहिए कि वह रिहायशी इलाके की तरफ से बायलर को दूसरी तरफ शिफ्ट करे। चिमनी से निकलने वाले धुएं से आसपास रहने वाले लोगों के स्वास्थ्य पर विपरीत असर पड़ रहा है।

...तो बोर्ड करेग अगली कार्रवाई

प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सहायक अभियंता ललित ठाकुर ने बताया कि कांसीवाला स्थित मिल्क प्लांट में चल रहे बॉयलर के मामले में प्लांट प्रबंधन को नोटिस दिया गया है। एक माह के भीतर डीजल के सिस्टम से बॉयलर को चलाने के निर्देश दिए गए हैं। कोयले से बॉयलर को चलाने की अनुमति नहीं है। केवल डीजल से बॉयलर चलाने की अनुमति बोर्ड की तरफ से दी गई है। एक माह के अंदर प्लांट प्रबंधन ने बॉयलर को डीजल से नहीं चलाया तो बोर्ड अगली कार्रवाई करेगा।


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Vijay

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