एक बार फिर अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता की साक्षी बनेगी बिलिंग घाटी
punjabkesari.in Thursday, Nov 11, 2021 - 11:46 PM (IST)
पालमपुर (भृगु): आगामी वर्ष मार्च में बिलिंग घाटी एक बार फिर अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता की साक्षी बनेगी। पर्यटन विभाग की ओर से मार्च 2022 में बिलिंग में प्री वर्ल्ड कप करवाने की योजना है। इसके लिए विभाग की ओर से तैयार प्रस्ताव स्वीकृति के लिए नवम्बर के अंत तक सरकार के समक्ष रखा जाएगा। अंतर्राष्ट्रीय संस्था से भी प्री वर्ल्ड कप के आयोजन के लिए आवेदन किया जाएगा। कोविड-19 के कारण बिलिंग में अभी तक कोई प्रतियोगिता आयोजित नहीं हो पाई है। गत वर्ष मार्च में बीड़ बिलिंग में एक्यूरेसी कप का आयोजन किया जाना था जिसमें अंतर्राष्ट्रीय पायलटों ने भी भाग लेना था परंतु कोविड-19 की प्रथम लहर के चलते इसे स्थगित कर अक्तूबर में शिफ्ट कर दिया गया था। इसके बाद कोविड-19 की स्थिति में सुधार न आने के कारण इसे टाल दिया गया था।
बीड़ बिलिंग में अब तक 6 प्री-वर्ल्ड कप का आयोजन वर्ष 2002, 2004, 2006, 2008, 2011 तथा वर्ष 2013 में किया जा चुका है जबकि 2015 में वल्र्ड कप का आयोजन पहली बार किया गया था। वर्ष 2016 तथा 2018 में एक एक्यूरेसी कप का आयोजन किया गया था। यद्यपि बिलिंग में अक्तूबर व नवम्बर माह को पैराग्लाइडिंग के लिए उपयुक्त माना जाता है परंतु मार्च-अप्रैल तक यहां परिस्थितियां पैरा ग्लाइडिंग के अनुकूल रहती हैंं। ऐसे में पयर्टन विभाग ने स्थानीय एसोसिएशन से विचार-विमर्श के पश्चात मार्च 2022 में बीड़-बिलिंग में प्री वल्र्ड कप का आयोजन करवाने का निर्णय लिया है।
ये हैं विशेषताएं
बीड़ बिलिंग में वर्षभर पैराग्लाइडिंग के लिए पायलटों के लिए आवश्यक थर्मल भी आसानी से मिलता है। विशेषज्ञों के अनुसार जून में इस क्षेत्र में 6 से 12 मीटर प्रति सैकेंड का थर्मल उपलब्ध रहता है, वहीं बसंत ऋतु में 4 से 8 मीटर प्रति सैकेंड का थर्मल मिलता है जबकि अक्तूबर-नवम्बर में अधिकतम 7 मीटर प्रति सैकेंड का थर्मल उपलब्ध रहता है। वर्ष भर सामान्यता 2 से 7 मीटर प्रति सैकेंड थर्मल की उपलब्धता बिलिंग में रहती है जो पायलट को ऊंची उड़ान के लिए आवश्यक होता है। पैराग्लाइडिंग उड़ान के लिए क्लाऊड बेस एक महत्वपूर्ण बिंदु है, जितना अधिक ऊंचाई पर क्लाऊड बेस होगा, उतना पायलट के लिए उड़ान भरना आसान रहता है। बिलिंग में उड़ान भरने वाले पायलटों को सामान्यता 4 से 6000 मीटर का क्लाऊड बेस प्राप्त हो जाता है। इसमें पायलटों के लिए ऊंची उड़ान भरना सुगम रहता है। इसके अलावा बिलिंग टेक ऑफ साइट पर हवा भी आमतौर पर एकसमान रहती है जिसे विशेषज्ञ टेक ऑफ के लिए अच्छा मानते हैं। लगभग 2400 मीटर की ऊंचाई पर स्थित बिलिंग में अच्छी हवा पायलटों को अधिक जूझने पर विवश नहीं करती।
क्या बोले जिला पर्यटन विकास अधिकारी
जिला पर्यटन विकास अधिकारी पृथी पाल सिंह ने बताया कि मार्च 2022 में बिलिंग में प्री वर्ल्ड कप करवाने की प्रस्तावना तैयार की जा रही है। इसे सरकार के समक्ष रखा जाएगा। यदि सब कुछ सामान्य रहा तो मार्च में इस प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा।