सुंदर नजारे के साथ खतरों का एहसास करवाता है ये रास्ता

punjabkesari.in Friday, Jan 04, 2019 - 11:38 AM (IST)

चुवाड़ी : चम्बा जिला का जोत क्षेत्र सुंदरता के लिए विख्यात है। यहां के मार्ग ने कुछ तरक्की जरूर की है लेकिन उतनी नहीं जितनी चाहिए। पैरापिट लगे हैं लेकिन बहुत लम्बा हिस्सा अभी भी बिना पैरापिट के है। वर्षों पहले लगाए कुछ पैरापिट क्षतिग्रस्त हो चुके हैं। यह मार्ग चम्बा से शिमला, धर्मशाला व पालमपुर आदि स्थानों को जाने के लिए लगभग 50 कि.मी. की दूरी कम करता है। इस मार्ग पर जितनी सुंदरता के नजारे दिखते हैं उतना ही खतरे का एहसास करवाता है यह मार्ग। कभी इक्का-दुक्का वाहन जाते थे लेकिन अब यातायात का दबाव बढ़ता जा रहा है। इस मार्ग के कुछ मोड़ों को चौड़ा करने व इस पर तारकोल डालने के अलावा इस मार्ग को डबललेन करने का काम अभी तक हाथ में नहीं लिया गया है जिसके चलते इस मार्ग पर अभी भी गाड़ियां 15-20 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से ही चलती हैं तथा वाहनों को पास देते समय समस्या पैदा हो जाती है।

 

एन.एच. के अंतर्गत लाने के लिए डी.पी.आर. बनाने का काम जारी

एन.एच. मंडल चम्बा के अधिशासी अभियंता डी.एस. पठानिया बताते हैं कि द्रमण-पांगी वाया जोत मार्ग को एन.एच. के अंतर्गत लाने के लिए करीब 6 करोड़ रुपए की लागत से डी.पी.आर. बनाने का काम जारी है और उसके अंतर्गत ही इसे चौड़ा किया जा सकेगा। वहीं मलुंडा पंचायत के उपप्रधान धगड़ राम का कहना है कि शौचालय बंद रहने से लोग खुले में शौच जाते हैं और प्रशासन इसे चलाने का पुख्ता प्रबंध करे। उन्होंने बताया कि इस मार्ग को एन.एच. के अंतर्गत लाने की बातें पिछले 2 वर्षों से सुनने को मिल रही हैं परंतु यह काम कब शुरू हो पाएगा इसकी पुख्ता जानकारी किसी के भी पास नहीं है।


 

 


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kirti

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