असिस्टैंट ड्रग कंट्रोलर की अग्रिम जमानत याचिका खारिज, विजीलैंस ने किया गिरफ्तार

punjabkesari.in Wednesday, Sep 11, 2019 - 11:25 PM (IST)

शिमला: प्रदेश हाईकोर्ट ने असिस्टैंट ड्रग कंट्रोलर (ए.डी.सी.) निशांत सरीन की अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी। न्यायाधीश संदीप शर्मा के समक्ष इस मामले पर लंबी सुनवाई के पश्चात प्रार्थी सरीन ने अपनी अग्रिम याचिका वापस ले ली, जिस कारण कोर्ट ने उनकी जमानत याचिका खारिज की। अग्रिम जमानत याचिका खारिज होने के बाद विजीलैंस ने निशांत सरीन को गिरफ्तार कर लिया है। सुनवाई के पश्चात कोर्ट ने प्रथम दृष्टया पाया था कि प्रार्थी से पूछताछ जरूरी है। कोर्ट ने सुनवाई के दौरान जुड़े रिकॉर्ड का अवलोकन भी किया गया।

आरोपी पर 21 अगस्त को दर्ज हुआ था भ्रष्टाचार का मामला

राज्य सतर्कता एवं भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने गत 21 अगस्त को राज्य दवा नियंत्रक कार्यालय के असिस्टैंट ड्रग कंट्रोलर (ए.डी.सी.) निशांत सरीन के खिलाफ  भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया था। विजीलैंस टीम ने फार्मा कंपनियों की शिकायत पर ड्रग कंट्रोलर के खिलाफ कार्रवाई की। आरोप है कि जांच टीम को दबिश के दौरान संपत्ति के साथ विदेशी शराब और अहम दस्तावेज हाथ लगे हैं। विजीलैंस के अनुसार कंपनी के प्रबंधकों ने बताया था कि एक अधिकारी उनसे पैसों की मांग करता है। इसमें कभी एयर टिकट तो कभी होटल सहित अन्य ऐशोआराम के खर्च शामिल हैं। निशांत के ठिकानों की जानकारी जुटाने के बाद विजीलैंस ने एक साथ सभी जगह दबिश दी।

पहले नाहन औद्योगिक क्षेत्र में तैनात था आरोपी

ए.डी.सी. निशांत सरीन इससे पहले नाहन औद्योगिक क्षेत्र में तैनात था। उसे बद्दी में 12 जून को अतिरिक्त दवा नियंत्रक बनाया गया था। उसके बाद से लगातार शिकायतें मिल रही थीं। इससे पहले बिलासपुर में उसे एक बार रंगे हाथ रिश्वत लेते पकड़ा था। आरोप है कि निशांत सरीन के खिलाफ पुख्ता सबूत इकट्ठे करने के पश्चात स्टेट विजीलैंस एंड एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम द्वारा गत 21 अगस्त को मामला दर्ज किया गया था। विजीलैंस अब आरोपी से पूछताछ करेगी। सूचना के अनुसार उसे वीरवार को सोलन की अदालत में पेश किया जाएगा। विजीलैंस कब्जे में लिए गए दस्तावेजों की वास्तविकता भी खंगालने में जुटी हुई है।


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Vijay

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